INDvENG : शमी के पांच विकेट, इंग्लैंड ने भारत को दिया 338 रन का लक्ष्य
बर्मिंघम: भारत और इंग्लैंड की टीमें आज आमने-सामने हैं. इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया. इसके बाद इंग्लैंड ने सात विकेट खोकर 50 ओवर में 337 रन बनाए. भारत को जीत के लिए एक बड़े स्कोर 338 रनों की जरूरत है.शुरुआत में भारतीय गेंदबाजों को विकेट के लिए खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. युजवेंद्र चहल ने सबसे ज्यादा रन दिए. 31 से 35 ओवर के बीच भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की और 2 विकेट लेकर महज 9 रन दिए. जॉनी बेयरस्टो ने शतकीय पारी खेली.
मोहम्मद शमी के पांच विकेट के बावजूद इंग्लैंड ने भारतीय टीम के सामने 338 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा किया है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 337 रन बनाया.
इंग्लैंड की ओर से जॉनी बेयरस्टो ने शानदार 111 रनों की पारी खेली. बेयरस्टो ने 109 गेंदों का सामना किया, जिसमें 10 चौके और 6 छक्के जमाये. सलामी बल्लेबाज रॉय ने भी 66 रनों की बड़ी पारी खेली. पहले विकेट के लिए रॉय और बेयरस्टो के बीच 160 रनों की लंबी साझेदारी बनी.
जो रूट ने 44 रन और बेन स्टोक्स ने 79 रन की बड़ी पारी खेली और टीम के स्कोर को 300 के पार पहुंचाने में मदद की. भारत की ओर से शमी ने 10 ओवर में 69 रन देकर 5 विकेट चटकाये. जबकि बुमराह और पांड्या ने एक-एक विकेट लिये.
इंग्लैंड की ओर से बेयरस्टो ने शानदार शतक बनाया और मोहम्मद शमी की गेंद पर आउट हुए. वहीं जेसन रॉय 66 रन बनाकर कुलदीप यादव की गेंद पर आउट हुए. पहली विकेट के लिए दोनों के बीच 160 रनों की साझेदारी बनी. इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने आईसीसी विश्व कप मुकाबले में रविवार को यहां भारत के खिलाफ टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया.
भारतीय टीम में चोटिल विजय शंकर की जगह ऋषभ पंत को अंतिम 11 में शामिल किया गया है. अब तक छह मुकाबलों में भारतीय टीम को हार का मुंह नहीं देखना पड़ा है और विराट कोहली की टीम 11 अंक के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश की ओर है, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ जीत से वह तालिका में शीर्ष स्थान को मजबूत करेगी.
अगर भारत इसमें जीत जाता है तो मेजबान टीम टूर्नामेंट से बाहर हो जायेगी. टूर्नामेंट से पहले इंग्लैंड खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी, लेकिन इयोन मोर्गन की टीम अहम मैचों लड़खड़ा गयी जिसके अब सात मैचों में केवल छह अंक हैं और वह टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है.
यह दुखद है कि कप्तान मोर्गन, जोस बटलर, जानी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद इंग्लैंड की हाल के वर्षों में सर्वश्रेष्ठ वनडे टीम को इस तरह बाहर होना पड़ेगा.
रविवार को बर्मिंघम के एजबेस्टन में भारतीय दर्शकों की मौजूदगी दबाव में घिरी टीम को और परेशान करेगी. वहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान और केविन पीटरसन पर जानी बेयरस्टो के बयान से भी दबाव काफी बढ़ गया है.
बेयरस्टो ने पत्रकारों से कहा, लोग हमारे असफल होने का इंतजार कर रहे थे. बेयरस्टो ने कहा, वे कई मायनों में हमारी जीत से खुश नहीं हैं. वे इंतजार कर रहे हैं कि हम हार जायें और वे हमारी आलोचना करें. यह इंग्लैंड में आम है, बल्कि हर खेलों में है.
भारत के खिलाफ मैच से पहले वान को यह टिप्पणी अच्छी नहीं लगी और उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट में इसे ‘नकारात्मक और दयनीय मानसिकता' करार दिया. भारत के लिए इंग्लैंड को हराने का यह बेहतर समय है क्योंकि मेजबान टीम काफी दबाव में है.
मैच के दौरान धूप खिली होगी और सूखी पिच पर टर्न सामान्य से ज्यादा होगा. इन परिस्थितियों में दो कलाई के स्पिनरों के साथ जसप्रीत बुमराह का सामना करना इंग्लैंड के लिये मुश्किलें पैदा कर सकता है. इंग्लैंड की टीम हालांकि इस बात से राहत ले सकती है कि उन्होंने घरेलू सरजमीं पर पिछली द्विपक्षीय शृंखला में भारत को 2-1 से हराया था, लेकिन बुमराह उस समय चोटिल थे और उस शृंखला में नहीं खेले थे.
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने हालांकि कहा की भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ ज्यादा रणनीति बनाने में नहीं लगी. दो मैचों में आठ विकेट लेने वाले शमी ने कहा, प्रतिद्वंद्वी टीम के बारे में सोचने के बजाय बेहतर यही है कि हम अपने प्रदर्शन पर ध्यान लगायें. यदि हम अच्छा करते हैं तो हमें प्रतिद्वंद्वी के बारे में भी सोचने की जरूरत नहीं होगी.
भारतीय टीम के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि उन्होंने अभी तक अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला है, फिर भी वह आसानी से जीत हासिल कर रही है.
टीमें इस प्रकार है.
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत.
इंग्लैंड : जेसन राय, जानी बेयरस्टो (विकेटकीपर), जो रूट, इयोन मोर्गन (कप्तान), बेन स्टोक्स, जोस बटलर, क्रिस वोक्स, आदिल राशिद, लियाम प्लंकेट, जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड.