जीएसटी लागू होने से पहले ऑफर्स की बारिश, 1 जुलाई से बिग बाजार में सेल
जीएसटी लागू होने में महज दो दिन बचे हैं। ऐसे में देशभर में बिग बाजार से लेकर ऐमजॉन तक, सभी रिटेलर्स अपना-अपना स्टॉक खाली करने में जी-जान से जुटे हैं। इधर, ग्राहक भी इसे सस्ते में शौक पूरा करने का सुनहरा अवसर मान रहे हैं क्योंकि हर जगह ऑफर्स की भरमार है। मसलन, फ्यूचर ग्रुप का बिग बाजार 30 जून की आधी रात से 22 प्रतिशत तक की छूट के साथ सेल शुरू करने जा रहा है जबकि ऑनलाइन मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट बुधवार की आधी रात से ही सेल शुरू कर चुका है। इधर, फ्लिपकार्ट की प्रतिस्पर्धी कंपनी ऐमजॉन भी कन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और होम अप्लायंसेज पर 40 से 50 प्रतिशत तका का डिस्काउंट ऑफर कर रही है। हालांकि, ऐमजॉन का कहना है कि यह कोई जीएसटी से पहले का ऑफर नहीं है
प्री-जीएसटी सेल में नई टीवी खरीदनेवाले मुंबई के मुकेश सलूजा का कहना है, 'अगर आपको 1 लाख रुपये का टीवी 60 हजार रुपये से भी कम में मिल जाता है तो आप खुद को रोक नहीं पाते और अपने मित्रों को भी इसकी जानकारी देते हैं। शॉपिंग का यह सर्वोत्तम समय है।' 35 वर्षीय मुकेश एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। इधर, इन्फिनिटी रिटेल के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर रितेष गोयल ने बताया, 'कन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड ड्युरेबल्स के ज्यादातर ऑफलाइन रिटेलर छह महीने से ज्यादा पुराने स्टॉक्स खाली करने पर तुले हैं क्योंकि उन्हें इन पर जीएसटी के बाद पूरा लाभ नहीं मिल पाएगा।'
रिटेलर्स अभी कपड़े, जूते और अक्सेसरीज पर भी जबर्दस्त छूट मिल रही है। मोबाइल वॉलिट कंपनी पेटीएम भी हाल ही में ऑनलाइन स्टोर पेटीएम मॉल लॉन्च किया है और एक महीने में इस प्लैटफॉर्म पर ट्रैफिक तीन गुना बढ़ गई है। पेटीएम मॉल के सीओओ अमित सिन्हा ने कहा, 'प्री-जीएसटी सेल के तहत हम रिटेलर्स को उनकी इन्वेंटरी क्लियर करने में मदद की कोशिश कर रहे हैं।'
हालांकि, ज्यादातर जीएसटी सेल 30 जून को ही खत्म होने जा रही, लेकिन फ्यूचर ग्रुप के सीईओ किशोर बियानी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को कहा कि 1 जुलाई तो सिर्फ शुरुआत है। उन्होंने कहा, 'जीएसटी के आते ही टूथपेस्ट समेत रोजमर्रा की जरूरतों के कई सामानों के दाम घटने जा रहे हैं। लेकिन, एफएमसीजी कंपनियां मन बदलने को तैयार नहीं दिख रहीं और उनका कहना है कि वो वेट ऐंड वॉच पॉलिसी अपनाएंगे। हमारे ऑफर्स एक कोशिश है 1 जुलाई के बाद उन्हें (एफएमसीजी कंपनियों को) दाम कम करने को मजबूर करने की।'