स्वास्थ्य मंत्रालय की वार्निंग ,कोरोना केस में लापरवाही से जून में सबसे अधिक होंगे मामले

By Tatkaal Khabar / 16-05-2020 03:30:35 am | 12425 Views | 0 Comments
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भारत में जब से मई का महीना शुरू हुआ तब से कोरोना वायरस के मामले बढ़ गए है.महाराष्ट्र, गुजरात के बाद अब दिल्ली में बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के उस दावे पर जवाब देते हुए कहा कि अगर लोगों ने सावधानी नहीं बरती तो जून में कोरोना संक्रमण पीक पर हो सकता है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अगर हम जरूरी सावधानियों को बरतेंगे और आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन करेंगे तो हम कोरोना वायरस के मामलों को चरम पर पहुंचने से रोक सकते है.उन्होंने कहा कि यदि हम आवश्यक सावधानी नहीं बरतते हैं और प्रक्रियाओं का पालन करते हैं, तो मामलों में तेजी आ सकती है.


एम्स के डॉयरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि कोरोना वायरस का प्रकोप भारत में अभी चरम पर नहीं पहुंचा और जून-जुलाई महीने में यह अपने चरम पर होगा.उन्होंने कहा कि देश में कोरोना के आंकड़े जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उन्हें देख कर यह कहा जा सकता है कि जून-जुलाई के महीने में यह बीमारी अपने चरम पर होगी. हालांकि समय के साथ ही हमें यह पता चल पायेगा कि यह बीमारी कितनी प्रभावी होगी और लॉकडाउन का कितना प्रभाव वायरस पर पड़ा.



स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देशभर में अब तक 16,540 लोग कोविड-19 बीमारी से ठीक हो चुके हैं और अभी 37,916 मरीजों का इलाज चल रहा है.अगरवाल ने कहा, 'पिछले 24 घंटों में 3,390 नए केस आए तो 1,273 मरीज ठीक भी हुए हैं.उन्होंने बताया कि गुरुवार तक के आंकड़ों के मुताबिक, 3.2% मरीज ऑक्सिजन सपॉर्ट पर हैं, 4.7% मरीजों को आईसीयू सपॉर्ट से संबंधित सेवाएं दी जा रही हैं और 1.1% मरीज वेंटिलेटर सपॉर्ट पर हैं.