यह टाइम है कठिनाइयों और उम्मीदों का : स्वरा भास्कर
बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से बिहार अपने घर लौटने में 22 मजदूरों की मदद की है। स्वरा ने कहा, मैं अपने ट्विटर अकांउट का उपयोग कोविड-19 के लिए रचनात्मक व राहत प्रयासों में भाग लेने के लिए एक मंच के रूप में कर रही हूं। मैं भिन्न समूहों और व्यक्तियों के साथ जुड़ी हुई हूं और फिर मुझे विजग में फंसे इन प्रवासी मजदूरों के बारे में पता चला।
वह आगे कहती हैं, मैं पुलिस और विशेष रूप से आईपीएस विशाल गुन्नी द्वारा की गई इस पूरी त्वरित कार्रवाई से बेहद खुश हूं। वह विजग के जिला कलेक्टर के साथ संपर्क में रहे और 4-5 दिन में इस पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया। इस बीच मैं प्रवासी मजदूरों के साथ संपर्क में रही और उनके प्रोजेक्ट मैनेजर से बात कर उन्हें पूरा भुगतान कराया, जो कि बेहद सहयोगी रहे। उनके पास विजग जिला प्रशासन द्वारा बंदोबस्त किए गए एक बस में सफर करने के लिए कुछ नकद पैसे भी थे, सब कुछ बेहद जल्दी में हुआ।
अभिनेत्री मानती हैं कि यह एक बेहद कठिन समय है, लेकिन इस दौरान उम्मीदें भी बनी हुई हैं।
स्वरा ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन में टिकट दिलाने में भी 1350 मजदूरों की मदद की है, ताकि वे उत्तर प्रदेश व बिहार में अपने घर तक पहुंच सकें। उन्होंने उन जरूरतमंदों को चप्पलें भी दिलवाईं, जो इन्हें नहीं खरीद सकते थे।