हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उतनी ही हमारी अर्थव्यवस्था के रास्ते खुलेंगे : पीएम मोदी

By Tatkaal Khabar / 16-06-2020 02:35:20 am | 14303 Views | 0 Comments
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 21 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना के हालात पर चर्चा कर रहे हैं। अपने 15 मिनट के ओपनिंग कमेंट्स में मोदी ने कोरोना से लड़ाई में सरकार के कदम, राज्यों के सहयोग, कोरोना के बचाव के तरीकों, लॉकडाउन के असर, अनलॉक-1, इकोनॉमी और आर्थिक सुधारों की बात की।

मोदी ने कहा कि हमारी इतनी जनसंख्या होने के बावजूद भारत में कोरोना उतना विनाश नहीं दिखा पाया, जितनी दुनिया के और देशों में आफत आई। दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट लॉकडाउन और भारत के अनुशासन की चर्चा कर रहे हैं। भारत में रिकवरी रेट 50% से ऊपर चला गया है। भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है, जहां संक्रमितों का जीवन बच रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उसका बढ़ना जितना रोक पाएंगे, उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे, और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स, हेल्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए अनुशासन की आज चर्चा कर रहे हैं। आज भारत में रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से ऊपर है। आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीजों का जीवन बच रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की लड़ाई में भारत को एक उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया, कॉपरेटिव फीडरिज्म का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ इस वीडियो कांफ्रेंसिंग के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि इससे आगे की रणनीति तय करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, "आज इस चर्चा में मुझे भी आपसे बहुत कुछ जानने का मौका मिलेगा, जमीनी स्तर पर वास्तविकता को समझने का अवसर मिलेगा,आज की चर्चा के निकले प्वाइंट और आपके सुझाव देश को आगे की रणनीति निर्धारित करने में मदद करेंगे।"

उन्होंने कहा कि अनलॉक1 को 2 सप्ताह हो रहे हैं, इस दौरान जो अनुभव आए हैं उसकी समीक्षा उसपर चर्चा आगे के लिए बहुत उपयोगी हो सकती हैं। निर्यात सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं। इससे पता चलता है कि हालात सुधर रहे हैं।