कानपुर एनकाउंटर: गिरफ्तार विकास दुबे के दोस्त का बड़ा खुलासा, कहा- दबिश से पहले थाने से आया था फोन
उत्तर प्रदेश का कुख्यात बदमाश विकास दूबे अभी तक पुलिस के हिरासत से बाहर है. up के कानपुर जिले में विकास दुबे ने पुलिसकर्मियों के साथ जो क्रूरता की है उससे पूरे प्रदेश में भूचाल आ गया है. पुलिस उसके हर ठिकाने पर छापेमारी कर रही है, बिठूर स्थित विकास दुबे की ‘लंका’ को जमींदोज कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक विकास का एक गुर्गा पुलिस के हत्थे चढ़ा और उसने कई अहम खुलासे किये है. गुर्गे का नाम दयाशंकर अग्निहोत्री बताया जा रहा है.
यूपी पुलिस ने कानपुर देहात में आठ पुलिस वालों की हत्या को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे के दोस्त दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में दयाशंकर ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. दयाशंकर ने कहा, ''विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से एक फोन आया था. जिसके बाद उसने लगभग 25-30 लोगों को बुलाया.उसने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं. मुठभेड़ के समय मैं घर के अंदर बंद था, इसलिए मैंने कुछ भी नहीं देखा.''
यूपी पुलिस ने कानपुर देहात में आठ पुलिस वालों की हत्या को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे के दोस्त दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में दयाशंकर ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. दयाशंकर ने कहा, ''विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से एक फोन आया था. जिसके बाद उसने लगभग 25-30 लोगों को बुलाया.उसने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं. मुठभेड़ के समय मैं घर के अंदर बंद था, इसलिए मैंने कुछ भी नहीं देखा.''
कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान दयाशंकर के पैर में गोली लग गई. घायल दयाशंकर पर भी 25 हजार का इनाम घोषित है. जानकारी के मुताबिक दयाशंकर विकास के साथ घर पर ही रहता था.
पुलिस की 25 टीमें कर रही हैं छापेमारी, 350 से ज़्यादा मोबाइल सर्विलांस पर
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला कुख्यात अपराधी विकास दुबे अब तक फरार है. विकास दुबे और उसके सहयोगियों को पकड़ने के लिये पुलिस की 25 टीमें लगायी गयी हैं जो प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा कुछ दूसरे प्रदेशों में भी छापेमारी कर रही हैं. सूत्रों के मुताबिक सर्विलांस टीम लगभग 350 से ज़्यादा मोबाइल फोन की छानबीन कर रही है और उससे विकास दुबे के बारे में सुराग लगाने की कोशिश कर रही है. इसके अलावा यूपी एसटीएफ की टीमें भी अपने काम में लगी हैं.
गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने में शामिल हुई आईबी
देश की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) को कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के वांछित अपराधी विकास दुबे का पता लगाने के अभियान में शामिल किया गया है. इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की मदद कर रहे हैं, ताकि अपराधी दुबे का पता लगाया जा सके. गैंगस्टर के नाम पर करीब 60 मामले दर्ज हैं, इसके अलावा उसे राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है.