अक्षय तृतीया 2018: मां लक्ष्मी बरसाती है कृपा
नई दिल्ली: बैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। इस बार यह तृतीया 18 अप्रैल को है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहते हैं। कहते हैं नर-नारायण और परशुराम जी का अवतरण इसी तिथि को हुआ था। इस दिन सोना खरीदने की परंपरा है, हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों का लगता है कि सोना भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को काफी प्रिय है इसलिए वो लोग अक्षय तृतीया पर सोना खरीदते हैं ताकि वो अपने ईष्ट देव को प्रसन्न कर सकें।
इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा उनके पति भगवान विष्णु के साथ करनी चाहिए। पूजा के लिए सफेद, गुलाबी या पीले गुलाब का प्रयोग करें। इसके बाद मां लक्ष्मी को तुलसी की माला अर्पण करें और उन्हें गंगाजल चढ़ाएं। इसके बाद पूरे मन से मां लक्ष्मी और विष्णु जी का ध्यान करें।
ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:। श्री लक्ष्मी मंत्र : ॐ आं ह्रीं क्रौं श्री श्रिये नम: ममा लक्ष्मी , नाश्य-नाश्य मामृणोत्तीर्ण कुरु-कुरु, सम्पदं वर्धय-वर्धय स्वाहा:।
इस आप दान जरूर करे कुछ न कुछ दान अच्छा माना जाता है