भारत-चीन के बीच कम होगा तनाव,जानिए क्यों ?
भारत और चीन (India-China) के बीच पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में सीमा पर पिछले चार महीने से तनाव जारी है. अब दोनों देश इस तनाव को कम करने के लिए सहमत हो गए हैं. दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख में पैदा हुए तनाव को कम करने की कई घोषणाएं की हैं. अगर सब कुछ ठीक रहा हो वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर एक बार फिर से हालात पहले जैसे नजर आएंगे और एलएसी पर बना तनाव समाप्त हो जाएगा. इस तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन की सेनाओं ने अग्रिम मोर्चे पर और अधिक सैनिक न भेजने का निर्णय लिया है.
दरअसल, मंगलवार देर शाम तक चली भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच छठे दौर की वार्ता के बाद दोनों सैनाओं की ओर से ये संयुक्त बयान आया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देश अग्रिम मोर्चे पर और अधिक सैनिक नहीं भेजेंगे. बयान में कहा गया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति को स्थिर करने के मुद्दे पर दोनों पक्षों ने गहराई से विचारों का अदान-प्रदान किया और दोनों पक्ष अपने नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति के ईमानदारी से क्रियान्वयन पर सहमत हुए हैं.
बता दें कि इससे पहले छठे दौर की वार्ता सोमवार को भी करीब 14 घंटों तक चली, उस दौरान भी पूर्वी लद्दाख में गतिरोध को समाप्त करने पर जोर दिया गया. बयान में कहा गया कि दोनों पक्ष आपस में संपर्क मजबूत करने और गलतफहमी तथा गलत निर्णय से बचने पर सहमत होने के साथ ही अग्रिम मोर्चे पर और अधिक सैनिक न भेजने, जमीनी स्थिति को एकतरफा ढंग से न बदलने पर सहमत हैं.
भारतीय और चीनी सेना ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचने को सहमत हुईं जो स्थिति को जटिल बना सकती हैं. इसके साथ ही दोनों पक्ष समस्याओं को उचित ढंग से सुलझाने, सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से शांति सुनिश्चित करने के लिए व्यावहारिक कदम उठाने पर सहमत हुए हैं