पश्चिम बंगाल में क्या गांगुली होंगे BJP का CMचेहरा?

By Tatkaal Khabar / 28-12-2020 03:33:26 am | 12882 Views | 0 Comments
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पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से ही जमीन तैयार होने लगी है. काफी वक्त से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली राजनीति में आ सकते हैं और बीजेपी का हिस्सा बन सकते हैं. इन कयासों पर अब तृणमूल कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है, टीएमसी सांसद सौगत रॉय का कहना है कि अगर सौरव ऐसा फैसला लेते हैं तो उन्हें काफी दुख होगा.

सौगत रॉय ने कहा कि सौरव गांगुली सभी बंगालियों के लिए एक आइकन हैं, अगर वो राजनीति में आते हैं तो मैं खुश नहीं होऊंगा. वो बंगाल से इकलौते क्रिकेट कप्तान रहे, टीवी शो के कारण भी फेमस हैं. उनका राजनीति में कोई बैकग्राउंड नहीं हैं, ऐसे में वो यहां नहीं टिक पाएंगे.

कोलकाता में राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ मुलाकात के दूसरे ही दिन नयी दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ सौरभ गांगुली की मुलाकात के बाद उनके राजनीति में आने की चर्चा शुरू हो गयी. सवाल पूछे जाने लगे कि क्या सौरभ गांगुली पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे?


पत्रकारों ने जब यह सवाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष से पूछा, तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले सौरभ गांगुली को पार्टी में शामिल होना होगा. उन्हें पार्टी के लिए काम करना होगा. उसके बाद ही वह किसी पद के दावेदार हो सकते हैं. उधर, चर्चा यहां तक पहुंच गयी कि भाजपा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की काट सौरभ ही होंगे.

उल्लेखनीय है कि सौरभ गांगुली ने रविवार को राजधानी कोलकाता में शाम को करीब एक घंटे तक राज्यपाल से बातचीत की थी. शाम को सौरभ गांगुली राजभवन गये और एक घंटे तक वहां रुके. इसके बाद से ही कयास लगने लगे कि सौरभ गांगुली राजनीति में कदम रखने वाले हैं. इस संबंध में दिलीप घोष ने भी कहा कि ऐसे लोगों को राजनीति में आना चाहिए.

सोमवार सुबह सौरभ गांगुली जब दिल्ली के लिए रवाना हुए और दिलीप घोष का उपरोक्त बयान आया, तो बीसीसीआइ के अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान के राजनीति में आने की चर्चा को बल मिलने लगा. हालांकि, अब तक सौरभ गांगुली की ओर से इस संबंध में कोई बयान नहीं आया है. भाजपा ने भी साफ-साफ कुछ नहीं कहा है.