ममता ने भाजपा को हिंदू कॉर्ड खेलने की दी चुनौती

By Tatkaal Khabar / 09-03-2021 03:10:32 am | 26196 Views | 0 Comments
#

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी को ‘हिंदू कॉर्ड’ खेलने की चुनौती पेश की।

सुश्री बनर्जी ने यहां चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा,‘‘भाजपा धर्म के साथ खिलवाड़ कर रही है। उनकी हिम्मत कैसे हुई कि वह मुझे बाहरी घोषित करें।’’

तृणमूल नेता ने कहा कि भाजपा बंगाल को विभाजित कर रही है। वे मुझे बाहरी कह रहे हैं। अगर में बाहरी होती तो मैं मुख्यमंत्री कैसे बनती। नंदीग्राम मेरा प्यारा स्थान है। यह गोलियों और बमों का भी सामना करता है।

उन्होंने कहा,‘‘विभाजनकारी राजनीति नंदीग्राम में काम नहीं करेगी।’’ उन्होंने कहा,‘‘मैंने लोगों की प्रतिक्रिया के कारण नंदीग्राम से लड़ने का फैसला किया है।’’ उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे धमकियों से ना घबरायें या पैसे के बदले में वोट न दें। उन्होंने कहा कि खेल एक अप्रैल को खेला जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, खेल एक अप्रैल को नंदीग्राम में होगा। भाजपा को उस दिन अप्रैल फूल बनाया जाएगा।
तृणमूल नेता ने कहा कि धन के बदले में वोट देने की धमकी के आगे ना झुकें और वोट देने में विास रखें। तृणमूल फिर से जीत हासिल करेगी। भाजपा पर धर्म से खेलने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने मंच पर मंत्रोच्चार के बीच  ‘दुर्गा सप्तशती’ का पाठ किया।

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उन्होंने नंदीग्राम को कभी नहीं छोड़ा और भाजपा  ‘फूट डालो तथा राज करो’ की नीति अपना रही है।

सुश्री बनर्जी ने कहा,‘‘मैं अपना नाम भूल सकती हूं, नंदीग्राम को नहीं भूल सकती। नंदीग्राम के लोगों के लिए मेरे अलावा कोई और नहीं था ,मुझे प्रताड़ति किया गया, फिर भी मैंने लड़ाई नहीं छोड़ी। नंदीग्राम में मुझे बाहरी कहने वाले खुद बाहरी हैं।’’

सुश्री बनर्जी ने कहा कि नंदीग्राम को पूरे क्षेत्र में विकास के मॉडल की तरह पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नंदीग्राम में एक विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी जिसे पार्टी के चुनाव घोषणा पा में भी शामिल किया जाएगा।

नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद यह उनकी पहली चुनावी सभा थी। किसान बहुल इस सीट पर पहले वामपंथी दलों का कब्जा था। वर्ष 2007 में किसानों ने वामपंथी सरकार की ओर से विशेष आर्थिक क्षेा के तहत जमीन अधिग्रहण का विरोध किया तथा इसके बाद अगले चार वष्रों के दौरान सरकार की लोकप्रियता में कमी दर्ज की गयी।

पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम और हुगली जिले के सिंगूर को अक्सर राजनेता तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य सरकार के लिए करारी हार के तौर पर जिक्र करते हैं। और अब ममता सरकार ने इसमें एक नया आयाम जोड़ा है और सुश्री बनर्जी के दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर से अपनी उम्मीदवारी  को बदलने के फैसले के बाद से भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ आने के संकेत हैं।

उनके पुराने मंत्रिडल के सहयोगी और अब कट्टर आलोचक सुभेंदु अधिकारी ने उनके खिलाफ भाजपा के टिकट पर नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है।