कोरोना का खौफ देश में:नागपुर में 15 से 21 मार्च तक लॉकडाउन; महाराष्ट्र में 15 दिन में दोगुनी हुई संक्रमण की रफ्तार
महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जगह-जगह सख्तियां बढ़ाई जा रही हैं। इसी बीच नागपुर में प्रशासन ने 15 से 21 मार्च तक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। यहां बीते दिन कोरोना के 1800 से ज्यादा मामले सामने आए थे। वहीं, पिछले एक हफ्ते से यहां औसतन एक हजार मरीज मिल रहे हैं। इसी वजह से प्रशासन ने यह फैसला किया है। इस दौरान सिर्फ जरूरी सुविधाओं को ही छूट मिलेगी।
उधर, महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में 13,659 नए मरीज मिले। यह 7 अक्टूबर के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है। तब 14,578 केस आए थे। करीब 15 दिन पहले तक यहां 5-6 हजार केस आ रहे थे। देश में अभी 60% से ज्यादा मरीज यहीं मिल रहे हैं।
देश में बीते 24 घंटे में 21,814 नए मरीजों की पहचान हुई। 17,674 मरीज ठीक हो गए। 114 ने इस महामारी से जान गंवाई। इस तरह एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 4,020 की बढ़ोतरी हो गई। अब तक कुल 1.12 करोड़ लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1.09 करोड़ ठीक हो चुके हैं। 1.58 लाख की मौत हुई है, जबकि 1.85 लाख का इलाज चल रहा है। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।
भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन (Covaxin) को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल गई है। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने इस पर लगी क्लिनिकल ट्रायल की शर्त को भी हटा दिया है। SEC ने भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को इसकी सिफारिश भेजी है।
अगर कोवैक्सिन को क्लिनिकल ट्रायल की शर्त से बाहर किया जाता है तो लोगों को इसे लगाने के लिए राजीनामा नहीं देना होगा।
वैक्सीनेशन के 54वें दिन भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 2.5 करोड़ के पार हो गया। बुधवार को 9.22 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया।