Coronavirus 3rd Wave से: योगी सरकार ने कसी कमर
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को ज्यादा खतरा है. इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने खास इंतजाम के आदेश दिए हैं. इसके तहत नोएडा सेक्टर 30 के सुपर स्पेशियलिटी पीडियाट्रिक्स अस्पताल में बच्चों के लिए एक 100 बेड का वार्ड बनाया गया है. इसमें 50 बेड ऑक्सीजन के साथ और 50 बेड पर वेंटिलेटर है.
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले 10 साल से कम उम्र बच्चों के माता-पिता को टीका लगवा देंगे. इससे बच्चों पर खतरा कम होगा. मुख्यमंत्री योगी शनिवार को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक दूसरी लहर खत्म होने की उम्मीद है और तीसरी लहर को रोकने के लिए प्रदेश में तैयारी तेज हैं.
उन्होंने कहा कि तीसरी लहर आने से पहले हमारा प्रयास है की प्रदेश में 10 वर्ष से कम उम्र के जिनके बच्चे हैं, उनके माता-पिता को वैक्सीन लगा दी जाए. इस तरह तीसरी लहर से पहले हर परिवार को एक सुरक्षा कवच उपलब्ध कराने का कार्य किया जा सकेगा. सीएम योगी ने कहा कि आप सबसे अपील है कि हम प्रत्येक नागरिक को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए प्रेरित करें. साथ ही, लोगों को जागरूक करें कि वैक्सीन एक सुरक्षा कवच है. वैक्सीन लगवाने से परहेज न करें.
इस महीने के अंत तक काबू में आएगी दूसरी लहर
उन्होंने आगे कहा कि हमें विश्वास है कि इस महीने के अंत तक कोविड की दूसरी लहर को पूरी तरह नियंत्रित करने में काफी हद तक सफल हो जाएंगे. तीसरी लहर को लेकर अभी से हमारी पूरी तैयारी है, उसको भी सफतलापूर्वक आगे बढ़ाएंगे. जिलों में दौरे करके चिकित्सा व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले चरण में हर जनपद में न्यायिक अधिकारियों और मीडियाकर्मियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा. न्यायिक अधिकारी जहां रहते होंगे, साथ ही जहां पर ऑब्जर्वेशन एरिया होगा, वहां उनके लिए वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. मीडियाकर्मियों के लिए प्रत्येक जनपद के प्रेस क्लब या किसी सार्वजनिक स्थल पर जहां ऑब्जर्वेशन एरिया होगा, वहां युद्धस्तर पर वैक्सीनेशन का कार्य आगे बढ़ाया जाएगा.
Previous:
मुख्यमंत्री अखिलेश ने प्रधानमंत्री को लखनऊ ‘आई0आई0आई0टी0‘ के लिए निदेशक चयन हेतु पत्र लिखा ...
Next:
अग्रेसिव टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट (ट्रिपल टी) फ़ार्मूला रहा सफल। यूपी देश में सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य होने के साथ फ़ास्ट रिकवरी और प्रति मिलियन सबसे कम मृत्यु (कोविड से ) वाला राज्य रहा