Madhya Pradesh: जीका वायरस को लेकर प्रदेश में हाई अलर्ट
देश में अभी एक महामारी थमी नहीं थी कि दूसरे वायरस में भी दस्तक दे दी. कोरोनावायरस (Coronavirus) से पूरे देश में तबाही थी इसी बीच जीका वायरस भी सामने आ गया. केरल (Kerala) में जीका वायरस (Zika virus) के 14 मामले आने के बाद से ही मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों से इस वायरस से बचाव के लिए सावधान रहने की अपील की है.
दरअसल सीएम ने कहा है कि मैं प्रदेश की जनता से गुजारिश करता हूं कि सभी लोग इस वायरस से बेहद सावधान रहें. उन्होंने कहा कि जीका वायरस और डेल्टा प्लस वेरिएंट जैसा ही घातक हैं. सीएम ने बताया कि मैं प्रतिदिन इसकी जानकारी ले रहा हूं. इस वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में टेस्ट, कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग की जा रही हैं. सीएम ने कहा कि इस वायरस से बचने के लिए सचेत रहने की जरूरत है और सभी लोग मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे.
प्रशासन ने कसी कमर
राजधानी भोपाल के डीएम अविनाश लवानिया ने कहा कि जीका वायरस के साथ डेंगू और मलेरिया को लेकर जिला प्रशासन काफी सचेत है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम दवाइयों का छिड़काव कर रही है. उन्होंने बताया कि अभी तक राजधानी में जीका वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान किसी भी तरह की पार्टी को लेकर पूरी तरह से रोक लगी हुई है. यदि ऐसा कोई मामला सामने आया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाही की जाएगी.
गर्भवती महिलाओं के साथ रहने वाले बच्चों को है खतरा
बता दें कि जीका वायरस मच्छरों के काट लेने फैलता है. गौरतलब है कि जीका वायरस एडीज मच्छर से फैलता है. लेकिन ये संक्रमित मरीज के साथ यौन संपर्क में आने से भी फैल सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक गर्भवती महिलाओं के साथ रहने वाले बच्चों पर भी जीका वायरस का गंभीर खतरा मंडराता रहता है.
इलाज में देरी के चलते हो सकती है मौत
गौरतलब है कि जीका वायरस में भी पहला लक्षण बुखार ही है. इसकी तुरंत पहचान कर पाना बहुत मुश्किल होता है. बहुत से मरीज इसे साधारण बीमारी मानते हैं और उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती है कि वे जीका वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.