Johnson & Johnson की सिंगल डोज कोविड-19 वैक्सीन को मिली आपात इस्तेमाल की मंजूरी
कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की जंग में एक और वैक्सीन शामिल हो गई है। शनिवार को अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन को देश में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी प्रदान कर दी गई है। खास बात ये है कि यह भारत में इस्तेमाल होने वाली पहली ऐसी वैक्सीन होगी, जो कोरोना के खिलाफ सिंगल डोज में ही कारगर साबित होगी, क्योंकि यह सिंगल डोज वैक्सीन है।
जॉनसन एंड जॉनसन ने बीते शुक्रवार को वैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए भारत सरकार से अनुमति मांगी थी। आज स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंजूरी की जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि भारत ने अपनी वैक्सीन बास्केट का विस्तार कर लिया है। जॉनसन एंड जॉनसन के वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। अब तक भारत में 5 वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। कोरोना के खिलाफ हमारे देश की जंग को बढ़ावा मिलेगा।
वहीं जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 7 अगस्त को भारत सरकार ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन को देश में इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है, ताकि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की कोरोना से सुरक्षा की जा सके। यह फैसला तीसरे चरण के ट्रायल के परिणामों और सुरक्षा डेटा पर आधारित है, जो बताता है कि हमारी सिंगल डोज वैक्सीन इस बीमारी को रोकने में 85% प्रभावी है।
खास बात यह है कि जॉनसन एंड जॉनसन की यह वैक्सीन सिंगल डोज वैक्सीन है। यानी इसकी एक ही डोज कोरोना के खिलाफ काफी है। भारत में अबतक जितनी भी वैक्सीन इस्तेमाल हो रही हैं, वे सभी डबल डोज वैक्सीन हैं। भारत में अभी तक भारत बॉयोटेक की कोवैक्सिन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड, रूस की स्पूतनिक-वी और मॉडर्ना की वैक्सीन को मंजूरी मिली है। ऐसे में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को सरकार द्वारा अनुमति मिलने से कोरोना के खिलाफ देश की जंग में अब कुल पांच वैक्सीन शामिल हो गई हैं।