प्रियंका गांधी 15 घंटे बाद भी सीतापुर में हाउस अरेस्ट, लखीमपुर जाने पर अड़ीं, कहा-किसानों से मिलने के बाद ही टूटेगा अनशन
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सीतापुर में हाउस अरेस्ट हैं और उन्होंने ऐलान किया है कि पुलिस उन्हें जब भी छोड़ेगी वह किसानों से मिलने लखीमपुर जरूर जाएंगी। प्रियंका गांधी ने अरेस्ट होने के साथ ही अनशन भी शुरू कर दिया है। उन्होंने किसान परिवारो से मुलाकात होने तक अन्न ग्रहण नहीं करने का ऐलान किया है। रविवार रात 12 बजे लखनऊ से निकली प्रियंका लखीमपुर नहीं पहुंच पाईं। पुलिस से बचने के लिए अपने चिरपरिचित शैली में उन्होंने रास्ते में दो से तीन बार गाड़ियां बदली लेकिन तड़के पांच बजे सीतापुर के हरगांव में उन्हें हिरासत में लिया गया। उन्हें सीतापुर पीएसी कैम्पस में हाउस अरेस्ट किया गया है। सोमवार की रात साढ़े सात बजे तक उन्हें छोड़ा नहीं गया था। पीएसी कैंप के बाहर कांग्रेसियों का बड़ी संख्या में जमावड़ा भी है। कांग्रेसियों ने वहां पर मशाल और कैंडल जुलूस के माध्यम से लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि भी दी।
प्रियंका ने कहा कि दबाव के चलते सरकार को मुआवजे की घोषणा करनी पड़ी। यदि हम लोग लखीमपुर के लिए न निकलते तो ऐसा नहीं होता। वह सरकार पर जमकर गरजीं और कहा कि यदि विपक्ष को रोकने के लिए इतनी पुलिस लगाई है तो किसानों की सुरक्षा के लिए क्यों नहीं लगाई? किसान सड़क पर बैठा है, सरकार उन पर अत्याचार कर रही है। पुलिस-प्रशासन का रवैया यह दिखाता है कि ये किस हद तक जाएंगे। इनके मंत्री का एक बेटा किसानों को कुचल सकता है।