उत्तर प्रदेश: विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मंत्री अहमद हसन का निधन
19 फरवरी: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में विपक्ष के नेता और पू्र्व मंत्री अहमद हसन का शनिवार को निधन हो गया है। वह 89 साल के थे। समाजवादी पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार अहमद हसन काफी समय से बीमार चल रहे थे और लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल में ही शनिवार को उन्होंने आखिरी सांस ली। अहमद हसन के परिवार में दो बेटे और पांच बेटियां हैं।
अहमद हसन के दामाद फिदा हुसैन ने बताया कि कुछ दिन पहले उनको लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी तबीयत में सुधार नहीं हो सका और शनिवार सुबह 11 बजे उनका निधन हो गया। अहमद हसन का पैतृक गांव अंबेडकरनगर जिले का जलालपुर है। रविवार को उनको जलालपुर में दफनाया जाएगा।
अहमद हसन राजनीति आने से पहले पुलिस अधिकारी रहे हैं। पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद वो समाजवादी पार्टी से जुड़े थे। उनको राजनीति में लाने का श्रेय मुलायम सिंह यादव को जाता है। मुलायम सिंह यादव का उनको करीबी माना जात था। वो करीब चार दशक राजनीति रहे लेकिन उन्होंने कभी पार्टी नहीं बदली, वो हमेशा सपा से ही जुड़े रहे। मुलायम सिंह और अखिलेश यादव की सरकार में वो यूपी के कैबिनेट मंत्री रहे।
अखिलेश यादव ने जताया दुख
सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अहमद हसन की मौत के बाद कहा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अहमद हसन का निधन हम सभी के लिए बहुत दुख की बात है। वो उन लोगों में से थे, जिन्होंने नेताजी मुलायम सिंह यादव के साथ काम किया। वो हमेशा सपा से जुड़े रहे और पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करते रहे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हसन के निधन पर दुख व्यक्त किया है और परिवार के प्रति संवेदनाएं जाहिर की हैं।