हनुमान जयंती कल, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि
मान्यता है कि चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था. इस बार हनुमान जयंती 16 अप्रैल, शनिवार को मनाया जा रहा है. जानें हनुमान जयंती पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, सामग्री की लिस्ट, उपाय...
Hanuman Puja Vidhi: हनुमान जयंती पूजा विधि
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए चौमुखी दीपक जलाएं. इसके अलावा हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें.
हनुमान जी की पूजा में गेंदे, हजारा, कनेर, गुलाब के फूल चढ़ाएं जबकि जूही, चमेली, चम्पा, बेला इत्यादि फूलों को चढ़ाने से परहेज करें.
मालपुआ, लड्डू, चूरमा, केला, अमरूद आदि का भोग लगाएं.
हनुमान जी की प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं.
दोपहर तक इस दिन कोई भी नमकीन चीज खाने से बचें.
इस दिन हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाने से शीघ्र मनोकामना की पूर्ति होती है.
श्री हनुमानजी आरती
आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई।
सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
दे बीरा रघुनाथ पठाए।
लंका जारि सिया सुधि लाए॥
लंका सो कोट समुद्र-सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई॥
लंका जारि असुर संहारे।
सियारामजी के काज सवारे॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आनि संजीवन प्राण उबारे॥
पैठि पाताल तोरि जम-कारे।
अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाएं भुजा असुरदल मारे।
दाहिने भुजा संतजन तारे॥
सुर नर मुनि आरती उतारें।
जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई॥
जो हनुमानजी की आरती गावे।
बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥
Hanuman Jayanti 2022 Shubh Muhurat: हनुमान जयंती पूजा शुभ मुहूर्त
हनुमान जयन्ती शनिवार, अप्रैल 16, 2022 को
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - अप्रैल 16, 2022 को 02:25 ए एम बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त - अप्रैल 17, 2022 को 12:24 ए एम बजे
उदया तिथि को हनुमान जयंती का व्रत रखा जाता है, इसलिए 16 अप्रैल को हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाएगा.
हनुमान जयंती पर इस साल रवि और हर्षना योग बन रहा है. साथ ही हस्त और चित्रा नक्षत्र का संयोग भी रहेगा.
हनुमान जयंती के दिन सुबह 5.55 से 8.40 बजे तक रवि योग रहेगा. ऐसा माना जाता है कि रवि योग में किया गया कोई भी कार्य शुभ फल देता है.