वर्ल्ड बैंक के बाद अब आईएमएफ हुआ भारत का मुरीद
विकासशील दुनिया के लिए भारत हमेशा से एक बेहतरीन उदाहरण रहा है। 1947 में आजादी के बाद से भारत की उपलब्धियां असंख्य हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष ने भारत के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर और इसी तरह के अन्य सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों की तारीफ की और इसे चमत्कार बताया। इतना ही नहीं आईएमएफ ने पूरी दुनिया को भारत से सीखने की सलाह दी है। बता दें कि इससे पहले कोरोना काल में कैश ट्रांसफर योजना के लिए वर्ल्ड बैंक ने भी भारत की तारीफ की थी। आईएमएफ के वित्तीय मामलों के विभाग के उप निदेशक पाओलो मौरो ने कहा कि भारत से बहुत कुछ सीखने को है। हमारे पास लगभग हर महाद्वीप और आय के हर स्तर के उदाहरण हैं। अगर मैं भारत के मामले को देखता हूं, तो यह वास्तव में काफी प्रभावशाली है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार के ये कार्यक्रम महिलाओं, बुजुर्गों और किसानों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं और इसकी सबसे रोचक बात यह है कि इसमें काफी तकनीकी इनोवेशन्स हैं। उन्होंने कहा कि भारत के मामले में एक बात जो चौंकाने वाली है, वह है विशिष्ट पहचान प्रणाली यानी आधार का इस्तेमाल है। पहले वर्ल्ड बैंक और अब आईएमएफ ने भारत की तारीफ की है गौरतलब है कि दुनिया भर में भारत के विदेश मंत्री एस० जयशंकर की बातचीत के आधार पर यह नोट किया जा सकता है कि भारत अपनी आगामी जी20 प्रेसीडेंसी का उपयोग विकसित दुनिया से वित्तीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए करेगा।