Uttrakhand breaking कोरोना को लेकर उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

By Tatkaal Khabar / 22-12-2022 05:46:03 am | 6727 Views | 0 Comments
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कोरोना वायरस का नया वेरिएंट अपना तांडव मचाने के लिए रेडी है लेकिन क्या हम लोग इससे निपटने के लिए तैयार है? कल जारी हुई एडवाइजरी के चलते पूरे देश में दहशत का माहौल है। इसी के चलते उत्तराखंड में भी अब कोरोना संक्रमित सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग होगी।  नए वेरिएंट लेकर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वही उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट ने विभागीय अधिकारियों की बैठक कर सीएमओ को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमितों के 10 प्रतिशत सैंपलों की अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए। जिससे कोरोना के नए स्ट्रेन का पता लग सके कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर उत्तराखंड भी सतर्क हो गया है। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद जल्द ही नई एसओपी (मानक प्रचलन प्रक्रिया) जारी की जाएगी। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने भी सभी जिलों को कोरोना संक्रमितों के 10 प्रतिशत सैंपलों को जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजने के लिए निर्देश दिए हैं। चीन समेत कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने से केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद उत्तराखंड भी निगरानी बढ़ाने के साथ जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए जिलों को निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट ने विभागीय अधिकारियों की बैठक कर सीएमओ को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमितों के 10 प्रतिशत सैंपलों की अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए। जिससे कोरोना के नए स्ट्रेन का पता लग सके। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी तक ओमिक्रॉन के पुराना स्वरूप का प्रभाव है। वायरस का नया वेरिएंट नहीं मिला है।   प्रदेश में ओमिक्रॉन का पुराना स्वरूप की सक्रिय स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस के नए स्वरूप का पता लगने के लिए दून मेडिकल कॉलेज में संक्रमित सैंपलों की जीनोम सीक्वेसिंग की जा रही है। इसमें यह पाया गया कि कोरोना की तीसरी लहर में सामने आया ओमिक्रॉन वेरिएंट राज्य में सक्रिय है। जो घातक नहीं है। अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में जल्द शुरू होगी जीनोम सीक्वेंसिंग प्रदेश में अभी तक राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में ही कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता लगने के लिए संक्रमितों के सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है। शीघ्र ही अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में भी जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। इसके लिए लैब स्थापित की जा रही है। वर्तमान में कोविड जांच के लिए 12 सरकारी लैब स्थापित हैं। इसके अलावा 30 से अधिक निजी पैथोलॉजी लैब में भी कोविड जांच हो रही है। प्रदेश में कोरोना का पहला मामला 15 मार्च 2020 को देहरादून में मिला था। इसके बाद से अब तक प्रदेश में 4.49 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। इसमें 4.31 से अधिक संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। कोरोना से प्रदेश में 7751 लोगों की मौत हुई है। केंद्र सरकार ने अभी तक कोविड संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सभी जिलों को अनिवार्य रूप से संक्रमित पाए गए सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने को कहा गया। जल्द ही अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में जीनोम सीक्वेंसिंग लैब शुरू की जाएगी। – डॉ. आर.राजेश कुमार, सचिव स्वास्थ्य