एमपी को मिली वंदे भारत एक्सप्रेस, पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी
भोपाल । मध्य प्रदेश को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरुआत की। रानी कमलापति स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगूभाई पटेल, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित कई अन्य मंत्री और अधिकारी मौजूद थे।
रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन तक जाएगी
रानी कमलापति स्टेशन से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन तक जाएगी। यह सप्ताह में छह दिन चलेगी। शनिवार को इसका संचालन नहीं होगा। शनिवार को इसके मेंटेनेंस का काम किया जाएगा।
साढ़े सात घंटे में भोपाल से दिल्ली पहुंचेगी
वंदे भारत एक्सप्रेस रानी कमलापति से सुबह साढ़े पांच बजे चलेगी और करीब साढ़े सात घंटे में नई दिल्ली पहुंचेगी। रास्ते में यह झांसी और ग्वालियर में रुकेगी। इसकी स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
ट्रेन में कुल 16 कोच
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पूरी तरह स्वदेश निर्मित है। इसकी बॉडी स्टेनलेस स्टील कार बॉडी से बनी है। इसमें इंफोटेनमेंट, सीसीटीवी सर्विलांस, वाई-फाई और बायो वैक्यूम शौचालय बने हैं। ट्रेन में कुल 16 कोच हैं। इनमें 1100 से ज्यादा यात्री एक साथ यात्रा कर सकेंगे। इस ट्रेन के लिए टिकट की बुकिंग तीन अप्रैल से शुरू होगी।
प्रधानमंत्री ने की बच्चों से बात
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान बच्चों से बात की। उनके अंदर इस ट्रेन को लेकर उमंग देखने योग्य थी। जब यह कार्यक्रम तय हुआ, तो मुझे बताया गया कि एक तारीख को कार्यक्रम है। मैंने कहा कि 1 अप्रैल को क्यों रखे हो? जब अखबार में खबर आएगी कि मोदी जी एक अप्रैल को हरी झंडी दिखाने वाले हैं, तो हमारे कांग्रेस के साथी जरूर बयान देंगे कि मोदी अप्रैल फूल बनाएगा।
उन्होंने कहा कि पहले देश के एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मानती रही। देश के गरीब, मध्यम वर्गीय परिवार तो उन्होंने अपने हाल पर ही छोड़ दिया था। इनकी आशाएं, अपेक्षाएं, इन्हें पूछने वाला कोई नहीं था। आजादी के बाद भारत को बहुत बड़ा रेलवे नेटवर्क बना बनाया मिला था। तब की सरकारें चाहती थी, तो बहुत तेजी से रेलवे को आधुनिक बना सकती थीं। लेकिन, राजनीतिक स्वार्थ के लिए रेलवे के विकास को बलि चढ़ा दिया।
पीएम मोदी ने कहा आजादी के इतने दशक बाद भी नॉर्थ ईस्ट के राज्य ट्रेन से नहीं जुड़े थे। 2014 में जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तो मैंने तय किया कि अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे का कायाकल्प होकर रहेगा। 9 साल में हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि भारतीय रेल दुनिया का श्रेष्ठ रेल नेटवर्क कैसे बने। 2014 से पहले भारतीय रेल को लेकर क्या खबरें आती थीं, आप जानते हैं।