मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर विश्वविद्यालय में आई0टी0वी0 फाउण्डेशन आयोजित इंसेफेलाइटिस के मरीजों के लिए निःशुल्क चिकित्सा कैम्प का उद्घाटन किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर में दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में आई0टीवी0 फाउण्डेशन के तत्वावधान में इंसेफेलाइटिस के मरीजों के लिए आयोजित निःशुल्क चिकित्सा कैम्प का उद्घाटन किया। उन्होंने आई0टी0वी0 फाउण्डेशन को जे.ई. के खिलाफ एक मुहिम एक लक्ष्य के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह एक महत्वपूर्ण पहल है। इस अवसर पर उन्होंने 10 बच्चों को स्वच्छता किट्स वितरित किये मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वच्छता/शुद्ध पेयजल से जे0ई0/ए0ई0एस0 को नियंत्रित किया जा सकता है, क्योंकि गंदगी ही बीमारियों की जननी होती है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से आह्वान किया कि वे इस बीमारी के लक्षण/बचाव के विषय में लोगों को जागरूक करें तथा क्या करें क्या न करें के सम्बन्ध में जन-जन को अवगत करायें। बीमारी के लक्षण दिखते ही तुरन्त नज़दीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर मरीज़ को ले जायें और जितना शीघ्र उपचार शुरू हो जायेगा उतनी ही जल्दी बीमारी नियंत्रित होगी। सभी जिला चिकित्सालयों एवं सी0एच0सी0/पी0एच0सी0पर इस बीमारी का निःशुल्क इलाज किये जाने की व्यवस्था है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 02 अप्रैल से 30 अप्रैल, 2018 तक जेई से प्रभावित 38 जनपदों में 34 लाख बच्चों को इंसेफेलाइटिस की वैक्सीन देने का अभियान चलाया गया। पुनः 2 जुलाई से 30 जुलाई, 2018 तक 38 जनपदों में अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान के तहत स्वच्छता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है और किसी भी कार्यक्रम की शत-प्रतिशत सफलता में जन सहयोग आवश्यक है। आलोचनात्मक मानसिकता को दूर कर सफलता के लिए सकारात्मक रवैया अपनाकर इस बीमारी की जड़ पर प्रहार करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एवं शुद्ध पेयजल से 90 प्रतिशत तथा शेष 10 प्रतिशत उपचार के माध्यम से इस बीमारी को समाप्त किया जा सकता है। स्वास्थ्य के प्रति स्वच्छता को अपनाना होगा। वैक्सीन से जे0ई0 को रोका जा सकता है लेकिन ए0ई0एस0 जलजनित बीमारी है और इसे शुद्ध पेयजल के माध्यम से ही नियंत्रित किया जा सकता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देशन में पूरे देश में स्वच्छता का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने जनमानस से कहा है कि नालों में प्लास्टिक/कूड़ा न डालें क्योंकि इससे नाले जाम हो जाते हैं, जिसके कारण जल-जमाव होता है और इससे बीमारी पनपती है। उन्होंने प्लास्टिक के प्रयोग न करने हेतु एक मुहिम चलाने को कहा। यदि समय से इंसेफेलाइटिस प्रभावित बच्चे का उपचार होता है तो बच्चा स्वस्थ हो जाता है अन्यथा शारीरिक व मानसिक दिव्यांगता का शिकार होता है। इस अवसर पर आई0टी0वी0 के प्रमोटर एवं फाउण्डर श्री कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि यह तीन दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा कैम्प है। इस कैम्प में एक लाख बच्चों का वैक्सिनेशन कराया जायेगा। कार्यक्रम के अन्त में आई0टी0वी0 की चेयर पर्सन सुश्री ऐश्वर्या ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर मण्डलायुक्त श्री अनिल कुमार, जिलाधिकारी श्री के0 विजयेन्द्र पाण्डियन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन में जनता की शिकायतों को सुनकर उनके त्वरित निस्तारण का निर्देश दिया। जनता दर्शन के दौरान जनपद कुशीनगर से आये दिव्यां