वायनाड में भूस्खलन से तबाही: मृतकों की संख्या 276 तक पहुँची; राहुल और प्रियंका गांधी पहुँचे कन्नूर

By Tatkaal Khabar / 01-08-2024 08:47:35 am | 2330 Views | 0 Comments
#

Wayanad : 

वायनाड, 1 अगस्त 2024- मंगलवार की सुबह हुए भूस्खलन से मुण्डक्काई बस्ती और उसके आसपास के गांवों में भारी तबाही हुई है, जिससे मृतकों की संख्या 276 तक पहुँच गई है। 200 से अधिक लोग घायल हो गए हैं और 227 लोग अभी भी लापता हैं। केरल सरकार ने यह पुष्टि की है।

राहुल और प्रियंका गांधी का दौरा:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे और जल्द ही वायनाड, केरल के लिए रवाना होंगे। उनका दौरा वायनाड आपदा को लेकर प्रारंभिक चेतावनियों के विवाद के बीच हो रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि केरल को केंद्रीय एजेंसियों से आपदा के बारे में कोई पूर्व चेतावनी नहीं मिली थी। विजयन ने शाह के बयान को तथ्यों के खिलाफ बताया है।

आपदा की स्थिति:
मुख्यमंत्री विजयन ने स्पष्ट किया कि केंद्रीय मौसम विभाग द्वारा केवल एक नारंगी अलर्ट जारी किया गया था, जो 115 मिमी से 204 मिमी तक की बारिश की संभावना दर्शाता था। लेकिन वास्तविक बारिश इससे कहीं अधिक थी। पहले 24 घंटों में 200 मिमी बारिश हुई, और अगले 24 घंटों में 372 मिमी बारिश हुई, जिससे कुल 48 घंटों में 572 मिमी बारिश हो गई। इस क्षेत्र को तब तक रेड अलर्ट पर नहीं रखा गया जब तक घटना हो नहीं गई।

बचाव कार्य:
ब्रिगेडियर अर्जुन सेगन ने बताया कि बचाव और खोज कार्य का आज तीसरा दिन है। उन्होंने रात भर में एक मेटालिक फुटब्रिज बनाया और आज दोपहर तक 24 टन वजन की बेली ब्रिज का काम पूरा होने की उम्मीद है। 122 इन्फेंट्री बटालियन के सैनिकों ने खोज और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

नेटवर्क क्षमता:
रिलायंस जियो ने संचार ट्रैफिक को संभालने के लिए अपनी नेटवर्क क्षमता बढ़ा दी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के अनुरोध पर, जियो ने प्रभावित क्षेत्र में एक दूसरा समर्पित टॉवर भी स्थापित किया है ताकि विश्वसनीय कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा सके।

वायनाड में भूस्खलन ने गंभीर त्रासदी उत्पन्न की है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हुई इस आपदा ने कई लोगों की जान ली है और सैकड़ों लोगों को घायल कर दिया है। बचाव कार्य जारी है और राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर राहत कार्यों को तेज कर दिया है। प्रदेशवासियों से अपील है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।