Padma Awards 2025 / कुवैत की योगा ट्रेनर, ब्राजील के वेदांत गुरु... देश में पद्म पुरस्कारों का हुआ ऐलान

By Tatkaal Khabar / 25-01-2025 04:15:06 am | 249 Views | 0 Comments
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Padma Awards 2025: केंद्र सरकार ने शनिवार को 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार 2025 के विजेताओं की घोषणा की। इस बार सूची में कई गुमनाम नायक और अनोखे व्यक्तित्व शामिल हैं, जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है। इन प्रेरणादायक हस्तियों में हिमाचल प्रदेश के सेब सम्राट हरिमन, कुवैत की योगा प्रशिक्षक शेखा ए जे अल सबा और ब्राजील के वेदांत गुरु जोनास मैसेट जैसे अंतरराष्ट्रीय नाम शामिल हैं।
30 गुमनाम नायक सम्मानित
इस वर्ष के पद्म श्री सम्मान में 30 गुमनाम नायक शामिल हैं, जिन्होंने अपने कार्यों से समाज को नई दिशा दी है। इनमें गोवा के 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी लीबिया लोबो सरदेसाई, पश्चिम बंगाल के ढाक वादक गोकुल चंद्र डे, और भारत की पहली महिला कठपुतली कलाकार जैसी प्रेरक हस्तियां शामिल हैं। ये सभी विजेता विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता का प्रतीक हैं।
प्रेरणादायक व्यक्तित्व और उनके योगदान
लीबिया लोबो सरदेसाई (गोवा)
लीबिया ने 1955 में गोवा के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 'वोज दा लिबरडेबे' नामक भूमिगत रेडियो स्टेशन की सह-स्थापना की। उनका यह योगदान पुर्तगाली शासन के खिलाफ जनजागृति का एक सशक्त माध्यम बना।
गोकुल चंद्र डे (पश्चिम बंगाल)
गोकुल चंद्र डे ने पुरुष प्रधान क्षेत्र में 150 महिलाओं को ढाक बजाने का प्रशिक्षण देकर एक नई मिसाल कायम की। उन्होंने हल्का ढाक विकसित कर पारंपरिक संगीत वाद्य यंत्र को एक नई पहचान दी।
डॉ. नीरजा भाटला (दिल्ली)
गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के निदान और प्रबंधन में अग्रणी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. भाटला को उनके चिकित्सा क्षेत्र के असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
भीम सिंह भावेश (बिहार)
22 वर्षों से सामाजिक कार्य में सक्रिय, भीम सिंह ने मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए अथक प्रयास किए। उनकी संस्था ‘नई आशा’ ने हाशिए पर पड़े समाज को नई दिशा दी।
सैली होलकर (मध्य प्रदेश)
महिला सशक्तिकरण की समर्थक सैली होलकर ने माहेश्वरी शिल्प को पुनर्जीवित करने और पारंपरिक बुनाई तकनीकों को संरक्षित करने का कार्य किया। उनके प्रयासों से यह कला फिर से फली-फूली।
दक्षिण भारत से उल्लेखनीय योगदान
पुडुचेरी के पी. दत्चनमूर्ति को शास्त्रीय थाविल वादन में उत्कृष्टता के लिए पद्मश्री प्रदान किया गया। उनके पांच दशक लंबे करियर ने दक्षिण भारतीय संस्कृति को समृद्ध किया।
एल. हैंगथिंग (नागालैंड)
फल उत्पादन में विशेषज्ञता रखने वाले नोकलाक के किसान एल. हैंगथिंग ने गैर-देशी फलों की खेती में 30 वर्षों का अनुभव साझा कर नई संभावनाएं पैदा कीं।
पद्म पुरस्कार का महत्व
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं, जो तीन श्रेणियों – पद्म विभूषण, पद्म भूषण, और पद्म श्री में दिए जाते हैं। यह सम्मान कला, साहित्य, चिकित्सा, खेल, सामाजिक कार्य, और सार्वजनिक सेवा जैसे विविध क्षेत्रों में असाधारण योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं।
वर्ष 2025 के पुरस्कार विजेताओं की सूची
इस वर्ष की सूची में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगदान देने वाले व्यक्तित्व शामिल हैं:
हरिमन शर्मा (हिमाचल प्रदेश)
जोयनाचरण बाथरी (असम)
शेखा ए जे अल सबा (कुवैत)
जोनास मैसेट (ब्राजील)
सुरेश सोनी (गुजरात)
लीबिया लोबो सरदेसाई (गोवा)
डॉ. नीरजा भाटला (दिल्ली)
भीम सिंह भावेश (बिहार)
सैली होलकर (मध्य प्रदेश)
पद्म पुरस्कार समिति और प्रक्रिया
पद्म पुरस्कार हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाते हैं। विजेताओं का चयन पद्म पुरस्कार समिति द्वारा किया जाता है, जिसका गठन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है। यह प्रक्रिया उन व्यक्तियों की पहचान करती है, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में अनुकरणीय योगदान दिया है और देश के विकास में नई ऊर्जा का संचार किया है।