Crisis In Pakistan: आंतरिक असंतोष और डर के साए में पाकिस्तान कर रहा सैन्य तैनाती

Crisis In Pakistan: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के हमले के डर से पाकिस्तान की जान हलक में अटकी हुई है. एक ओर पाकिस्तानी वायुसेना (PAF) युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियां दिखा रही है, वहीं दूसरी ओर सिंध प्रांत में आजादी की मांग ने राजनीतिक हालात को विस्फोटक बना दिया है. वहीं बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनवाह में विद्रोह और उग्रवाद को रोकने के लिए पाक सेना एक बड़ा धड़ा यहां लंबे समय से तैनात है जो अपने हीं लोगों के खिलाफ मानवाधिकार का उल्लंघन कर रहा है.
देशभर में असंतोष, संसाधनों की भारी कमी और सेना के शीर्ष नेतृत्व के परिवारों के पलायन ने स्थिति को और भी भयावह बना दिया है.
पाक वायुसेना की आपात तैनातियां
पाकिस्तान वायुसेना (PAF) पिछले तीन दिनों से कई बेसों पर लड़ाकू विमानों और परिवहन विमानों की तैनाती कर रही है.
PAF के यह कदम दोहरे मकसद को पूरा करने के लिए उठाए गए हैं:
1. देश के भीतर लोगों को यह भरोसा दिलाना कि वायुसेना पूरी तरह सक्रिय है.
2. अमेरिकी और चीनी विमानों के मिश्रित फॉर्मेशन दिखाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ताकतवर छवि पेश करना.
हालांकि, अमेरिका से खरीदे गए F-16 विमानों पर 'एंड यूजर एग्रीमेंट (EUA)' लागू है, जिसके तहत पाकिस्तान इन्हें किसी आक्रामक कार्रवाई में नहीं ले सकता. इस शर्त के उल्लंघन पर अमेरिका सैन्य सहयोग और तकनीकी समर्थन बंद कर सकता है. वहीं चीन भी अपने J-10 और JF-17 विमानों के युद्धक प्रदर्शन से बचना चाहता है, ताकि संभावित खामियों का पर्दाफाश न हो सके.
रावलपिंडी और लाहौर में सैन्य जमावड़ा
PAF ने कराची के साउदर्न एयर कमांड से लॉकहीड C-130E हर्क्यूलिस और एम्ब्रेयर फेनॉम 100 जैसे परिवहन विमानों को नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी) स्थानांतरित कर दिया है. यहां तैनात प्रमुख स्क्वाड्रन हैं:
- स्क्वाड्रन 6 (Antelopes)
- स्क्वाड्रन 10 (Bulls)
- स्क्वाड्रन 12 (Burraqs)
- स्क्वाड्रन 41 (Albatross)
F-16, IL-78 मिडास टैंकर, ATR 72-212A और लॉकहीड P-3C ओरियन जैसे विमानों की भी बड़ी तादाद में तैनाती की गई है.
बता दें कि PAF के पास कुल 13 AWACS विमान हैं, जिनमें से 4 चीनी ZDK-03 कराकोरम ईगल अब सेवा योग्य नहीं हैं. PAF अब स्वीडिश Saab 2000 Erieye AWACS पर निर्भर है. चीन नहीं चाहता कि उसके लड़ाकू विमान विदेशी (स्वीडिश) सिस्टम से डेटा लिंक किए जाएं, जिससे उनकी क्षमताएं अमेरिका के हाथ लग सकती हैं.
स्कार्दू बेस के हालात
पाकिस्तान ने नूर खान बेस से No.5 AJT स्क्वाड्रन (Griffins, Karakoram-8) को स्कार्दू के क़ादरी एयरबेस भेज दिया है. यहां 18 लड़ाकू विमान (संभावित रूप से JF-17 या F-16) तैनात किए गए हैं. स्कार्दू में दो बड़े रनवे हैं जो भारी विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त हैं.
कराची: पाकिस्तान का कमजोर कड़ी
कराची बेस को पाकिस्तान की रक्षा व्यवस्था की 'जुगुलर वेन' कहा जा रहा है। हाल ही में भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत INS विक्रांत की अरब सागर में उपस्थिति से कराची में हड़कंप मच गया था। पाकिस्तानी वायुसेना ने कराची में J-10C, JF-17 ब्लॉक III, F-16, C-130 और HIMADS एयर डिफेंस सिस्टम तैनात कर दिए हैं.
यहां केवल एक चीनी HQ-9 एयर डिफेंस बैटरी है जिसकी क्षमता अभी तक पूरी तरह से परखी नहीं गई है.
अन्य प्रमुख वायुसेना ठिकाने
- PAF बेस भोलेरी (कराची के पास)
- 19वां स्क्वाड्रन (Golden Lions) - JF-17 लड़ाकू विमान
- PAF बेस मुसाफ (सरगोधा)
- 9वां स्क्वाड्रन (F-16A)
- 29वां स्क्वाड्रन (F-16A, Aggressors)
- 24वां स्क्वाड्रन (Electronic Warfare, Falcon 20 F/G)
- यहां HQ-9 और LoMADS वायु रक्षा प्रणालियों को भी तैनात किया गया है.
पाक सेना की हलचल
पाक सेना ने भी युद्ध स्तर की तैयारियां शुरू कर दी हैं:
- नारोवाल और चंब सेक्टर में अल-खालिद टैंक और KRL-122 रॉकेट लांचर तैनात.
- पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में A-100 MBRL और तोपों की भारी तैनाती.
- 6वीं आर्मर्ड डिवीजन और 7वीं इन्फैंट्री डिवीजन को POK की पहाड़ी इलाकों में भेजा गया है.
- बलूचिस्तान से 33वीं और 41वीं इन्फैंट्री डिवीजनों को भारत सीमा की ओर भेजा गया.
- ईंधन, गोला-बारूद और रक्त आपूर्ति में भी भयानक कमी की पुष्टि हो चुकी है.
सिंध में राजनीतिक संकट
सिंध प्रांत में बीते तीन दिनों से व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सिंधियों का आरोप है कि पाक सरकार ने सिंध का पानी पंजाब में संग्रहित करने के लिए रोक दिया है. अब सिंध में 'आजादी' की मांग जोर पकड़ने लगी है.
बलूच और पश्तून हमलों में तेजी
पाकिस्तानी सेना की पूर्वी सीमा पर बढ़ी तैनाती का फायदा उठाते हुए बलूच और पश्तून स्वतंत्रता सेनानियों ने पश्चिमी सीमाओं पर हमले तेज कर दिए हैं. कई पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा कर लिया गया है और मुख्य राजमार्गों को अवरुद्ध कर आपूर्ति लाइनों को बाधित कर दिया गया है. बलूच और पश्तून विद्रोह को दबाने के लिए पाक सेना का एक बड़ा डिप्लॉयमेंट इन इलाकों में है और विद्रोह को दबाने के लिए पाक सेना भारी पैमाने पर यहां मानवाधिकार का हनन कर रही है.
पाकिस्तानी जनरल्स का पलायन
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर, DG ISPR लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक और CJCSC जनरल साहिर शामशाद मिर्जा के परिवारों को गुपचुप तरीके से निजी विमानों के जरिये लंदन और न्यू जर्सी भेज दिया गया है। ये उड़ानें बीती रात 2 बजे पहुंचीं.
इस तरह पाकिस्तान इस समय एक अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रहा है, जहां एक ओर सैन्य स्तर पर बड़े पैमाने पर तैनाती और दिखावे की कवायद चल रही है, वहीं दूसरी ओर भीतरी असंतोष और संसाधनों की कमी ने शासन व्यवस्था को हिला कर रख दिया है। आने वाले दिन पाकिस्तान के भविष्य के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं.