पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार बने UPSC के नए चेयरमैन, राष्ट्रपति मुर्मू ने दी मंजूरी - AJAY KUMAR UPSC NEW CHAIRMAN

By Tatkaal Khabar / 14-05-2025 01:38:47 am | 1049 Views | 0 Comments
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 पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को मंगलवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में यह जानकारी दी गई. यूपीएससी के अध्यक्ष का पद 29 अप्रैल को प्रीति सूदन का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली हो गया था.आदेश के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कुमार की नियुक्ति को मंजूरी दी.

कुमार के सेवा रिकॉर्ड के अनुसार, केरल कैडर के 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के रिटायर्ड अधिकारी ने 23 अगस्त, 2019 से 31 अक्टूबर, 2022 तक रक्षा सचिव के रूप में काम किया.

कौन हैं पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार?
अजय कुमार भारत के सबसे वरिष्ठ नौकरशाहों में से एक थे, जो रक्षा सचिव के पद से रिटायर हुए थे. उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के निर्माण, अग्निवीर योजना, आत्मनिर्भर भारत पहल और आयुध कारखानों के निगमीकरण जैसे परिवर्तनकारी रक्षा सुधारों का नेतृत्व किया. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय में एक शीर्ष अधिकारी के रूप में, उन्होंने पीएम मोदी के तहत यूपीआई, आधार, मायगॉव और सरकारी ई-मार्केटप्लेस जैसी डिजिटल इंडिया परियोजनाओं को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
अजय कुमार ने इन क्षेत्रों में दिया अपना योगदान
उन्होंने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल विनिर्माण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स नीति 2012 भी तैयार की. अजय कुमार ने भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और वामपंथी दलों की सरकारों के साथ काम किया और भारत सरकार और केरल सरकार दोनों में महत्वपूर्ण पदों पर रहे, जिसमें केल्ट्रॉन के प्रमुख सचिव और एमडी के पद भी शामिल हैं, जिसे उन्होंने फिर से खड़ा करने में मदद की.

उन्होंने मिनेसोटा विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी और एप्लाइड इकोनॉमिक्स में एमएस की डिग्री हासिल की है, जिसे उन्होंने केवल तीन वर्षों में पूरा किया. इसके अलावा, वे आईआईटी कानपुर से बीटेक स्नातक हैं और भारतीय राष्ट्रीय इंजीनियर अकादमी के फेलो हैं.

यूपीएससी, जो आईएएस, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है और इसका नेतृत्व एक अध्यक्ष करता है. इसमें अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं.