सीईईडब्ल्यू के डॉ. अरुणाभा घोष को कॉप30 के लिए दक्षिण एशिया का दूत नियुक्त किया गया

नई दिल्ली, 15 मई 2025: एशिया के प्रमुख क्लाइमेट एवं एनर्जी थिंक टैंक में शामिल काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) के सीईओ डॉ. अरुणाभा घोष को कॉप 30 के लिए दक्षिण एशिया का दूत नियुक्त किया गया है, जो इस साल नवंबर में ब्राजील में आयोजित होने वाला है। Please see the full list of Envoys to COP30 at the end of this. डॉ अरुणाभा घोष कॉप 30 के लिए नियुक्त हुए आठ अंतरराष्ट्रीय दूतों में से एक हैं, जिनमें से हर कोई एक-एक भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है। डॉ. घोष संवाद को सुविधाजनक बनाने और यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे कि वैश्विक जलवायु सम्मेलन में दक्षिण एशिया की आवाजों को मजबूत प्रतिनिधित्व और समर्थन मिल सके। कुछ अन्य अंतरराष्ट्रीय दूतों में जैसिंडा अर्डर्न (न्यूजीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री), पैट्रिशिया एस्पिनोसा (मेक्सिको की पूर्व विदेश सचिव और यूएनएफसीसीसी की पूर्व कार्यकारी सचिव), लॉरेंस ट्यूबियाना (फ्रांस की जलवायु परिवर्तन राजदूत और COP21 के लिए विशेष प्रतिनिधि), और अदनान अमीन (आईआरईएनए के पहले महानिदेशक और COP28 यूएई के सीईओ) जैसे वैश्विक नेतृत्वकर्ता शामिल हैं। अपनी नियुक्ति पर *डॉ. घोष* ने कहा, “पूरी दुनिया में जलवायु से जुड़े व्यवधान तेजी से बढ़ रहे हैं, जो भू-राजनीति, तकनीकी बदलावों से निर्देशित हैं और पृथ्वी के लिए जोखिमों के निर्णायक सीमाओं तक पहुंचने का खतरा मंडरा रहा है। कर्ज के बढ़ते बोझ, विनाशकारी आपदाएं, विकास की धीमी रफ्तार और तत्काल डीकार्बोनाइजेशन करने की आवश्यकता इस बात का संकेत देती है कि नए दृष्टिकोणों को अपनाना अत्यंत जरूरी है। कॉप 30 में, हमारे पास एकजुट होकर लक्ष्य निर्धारित करने से लेकर कार्यान्वयन में तेजी लाने तक; टॉप-डाउन पॉलिसीज से लेकर बॉटम-अप रेजिलियंस तक; केंद्रीकृत प्रणालियों से लेकर वितरित नेतृत्व तक; और लीनियर क्लाइमेट एक्शन मॉडल से लेकर ज्यादा अनुकूल, सह-निर्भर दृष्टिकोण तक नए सिरे से निर्माण करने के अवसर मौजूद हैं। हमें निश्चित तौर पर मिटिगेशन (शमन) व अनुकूलन प्रयासों को एकीकृत करने, प्रौद्योगिकियों के सह-विकास, हरित उद्योगों और विविधतापूर्ण सप्लाई चेन्स को बढ़ाने, वित्त प्रणालियों को सतत बनाने और नौकरी, विकास व सततशीलता की दिशा में विभिन्न उपायों को सक्षम बनाने के लिए पुल बनाने होंगे।” *उन्होंने आगे कहा* , “COP30 एक ऐसा मंच होना चाहिए, जहां पर ग्लोबल साउथ को न केवल सुना जाए, बल्कि जलवायु नेतृत्व के उनके अनूठे स्वरूपों को मान्यता और उसे समर्थन दिया जाए।” COP30 के सभी दूत स्वैच्छिक और व्यक्तिगत आधार पर काम करेंगे। वे अपने-अपने भौगोलिक क्षेत्रों से जानकारी और दृष्टिकोणों को सामने लाने में एक महत्वपूर्ण संपर्क की भूमिका निभाएंगे, ताकि त्वरित और प्रभावी चर्चाएं हो सकें। 2025 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP 30), जलवायु परिवर्तन पर चर्चा और समझौते के लिए आयोजित होने वाला सबसे बड़ा वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम हैं। यह इस वर्ष नवंबर में बेलेम, ब्राजील में आयोजित किया जाएगा। यह बहुपक्षवाद को मजबूत बनाने और उत्सर्जन कटौती के लक्ष्यों पर सहमति बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। *Full list of Special Envoys to COP30 Brasil in 2025: https://cop30.br/en/brazilian-presidency/special-envoys *Bio of Dr Ghosh:* https://www.ceew.in/arunabha-ghosh For media queries and interviews, contact: Rishi Singh, 9313129941