स्वतंत्रता दिवस के मौके पर PM मोदी ने कहा 'मैं बेसब्र हूं, क्योंकि जो देश हमसे आगे निकल चुके हैं, हमें उनसे भी आगे जाना है
नई दिल्ली: 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को अपने संबोधन के दौरान देश के विकास के रास्ते पर आगे ले जाने को लेकर अपनी बेसब्री का जिक्र करते हुए कहा, 'मैं बेसब्र हूं, क्योंकि जो देश हमसे आगे निकल चुके हैं, हमें उनसे भी आगे जाना है. मैं बेचैन हूं, हमारे बच्चों के विकास में बाधा बने कुपोषण से देश को मुक्त कराने के लिए. मैं व्याकुल हूं, देश के हर गरीब तक समुचित हेल्थ कवर पहुंचाने के लिए, ताकि वो बीमारी से लड़ सके'
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं व्यग्र हूं, अपने नागरिकों के जीवन स्तर (Quality of Life) को सुधारने के लिए. मैं अधीर हूं, क्योंकि हमें ज्ञान-आधारित चौथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करनी है. मैं आतुर हूं, क्योंकि मैं चाहता हूं कि देश अपनी क्षमताओं और संसाधनों का पूरा लाभ उठाए.'सरकार ने सशस्त्र सेनाओं में शार्ट सर्विस कमीशन महिला अधिकारियों को बड़ा तोहफा देते हुए उन्हें भी पुरुष अधिकारियों की तरह स्थायी कमीशन देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 72वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि वह सशस्त्र सेनाओं में शार्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से भर्ती हुई महिला अधिकारियों को भी उनके समकक्ष पुरुष अधिकारियों की तरह स्थायी कमीशन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह सेना, नौसेना और वायु सेना में शार्ट सर्विस कमीशन महिला अधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस पर एक तोहफा दे रहे हैं। इन अधिकारियों को भी पारदर्शी चयन प्रक्रिया के अनुसार पुरुष समकक्ष अधिकारियों की तरह स्थायी कमीशन मिलेगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान सरकार की तरफ से शुरू की गई सभी महत्वपूर्ण योजनाओं का जिक्र किया. मोदी ने मुद्रा योजना से लेकर उज्जवला योजना और सौभाग्य योजना तक का जिक्र किया जिससे देश भर में आज हर गांव में रोशनी आ गई है. नॉर्थ-ईस्ट के विकास को लेकर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में भी बिजली पहुंच गई है. वहां बिजली पहुंची तो गांव के लोग जश्न मना रहे है. नॉर्थ ईस्ट में इस वक्त बीपीओ खुल रहे हैं. खेल के मैदान में इस इलाके की धमक दिख रही है.
अपनी सरकार के ईमानदार प्रयास और इस दौरान भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ अभियान का भी जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर दिखाया. उन्होंने कहा कि सरकार की अलग-अलग योजनाओं और पेंशन का फायदा गलत तरीके से लिया जा ता था. जो लोग पैदा ही नहीं हुए, उनके नाम के आधार पर फर्जी लिस्ट तैयार की जाती थी. इससे सरकार को भारी नुकसान होता था. लेकिन, अब पेंशन योजनाओं से लेकर गरीबों को अनाज वितरण तक हर काम में पारदर्शिता आई है.