कानून के दायरे में राम मंदिर का आना दुर्भाग्यपूर्ण:साध्वी प्रज्ञा
मालेगांव कांड से चर्चित साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा हैं कि रामभक्त ही राष्ट्रभक्त, कानून के दायरे में राम मंदिर का आना दुर्भाग्य पूर्ण है. सागर में उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही राम विरोधियों को धोती, टीका और मंदिर की याद आने लगा. मालेगांव कांड से चर्चित साध्वी प्रज्ञा सिंह ने साफ कहा कि हम राम मंदिर बनाने वालों के साथ हैं . राम भक्त ही राष्ट्रभक्त है राम द्रोही, राष्ट्र द्रोही है . कानून के दायरे में राम मंदिर आना दुर्भाग्य पूर्ण है .
यह भी पढ़ें ः मध्य प्रदेश की 109 सीटों पर 8 बड़े धर्मस्थलों का प्रभाव
कांग्रेस नेताओं और राहुल गांधी के मंदिरों में जाने पर कटाक्ष करते हुए प्रज्ञा ने कहा कि जिन दलो ने 60 साल राज किया उनको मंदिर याद आने लगे .धोती पहनने लगे और टीका लगाने लगे . केंद्र में राष्ट्रभक्तों की सरकार है. वे राम को पूजते तो है . उन्होंने कहा कि जब देश मे अराजकता और अव्यवस्था फैलती है तो ऐसे में साधु संतों को राजनीति में आना चाहिए .
क्या था मालेगांव मामला
बता दें महाराष्ट्र के मालेगांव में साल 2008 में हुए धमाके में आरोपी साध्वी प्रज्ञा और उनके छह सहयोगियों को अप्रैल 2017 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी. उस वक्त कोर्ट ने कहा था कि प्रथम दृष्टया साध्वी के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता.