उत्तर भारत के मौसम का सबसे ताजा अपडेट, 10 अक्टूबर के बाद बदलेगी हवा
मानसून के उतार चढ़ाव के बीच इस वर्ष सितंबर माह की गर्मी ने सालों का रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। अधिकतम एवं न्यूनतम दोनों ही तापमान सामान्य से एक से डेढ़ डिग्री तक अधिक दर्ज किए गए। हालांकि कम बारिश के बावजूद अभी तक मानसून सक्रिय रहने से सर्दी की दस्तक इस बार जल्द होगी। गुलाबी ठंड का एहसास जहां अगले कुछ ही दिनों में होने लगेगा, वहीं नवंबर तक खासी ठंड हो जाएगी।जानकारी के मुताबिक सितंबर माह का सामान्य अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस होता है। लेकिन इस बार यह औसतन 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि एक डिग्री अधिक है। 12 सितंबर को तो अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सितंबर माह का ऑल टाइम रिकाॅर्ड 16 सितंबर 1938 का है, जब अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।इसी तरह सितंबर माह का सामान्य न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस है, जबकि इस बार यह औसतन 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जोकि सामान्य से 1.6 डिग्री अधिक है। हालांकि 22 सितंबर को न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस भी रहा था और इस माह का ऑल टाइम रिकाॅर्ड 26 सितंबर 1964 का है जब न्यूनतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था।उत्तर पश्चिमी हवाएं 10 तारीख से बदलेंगी तापमान, बढ़ेगी ठंडकदूसरी तरफ सितंबर माह की इस अत्यधिक गर्मी के बावजूद सर्दी की दस्तक इस साल जल्द ही हो जाएगी। मौसम विभाग के मुताबिक करीब सप्ताह भर में मानसून विदाई ले लेगा। बारिश बंद होते ही आसमान साफ होने लगेगा और तापमान में गिरावट भी आनी शुरू हो जाएगी। 10 अक्टूबर के बाद हवाओं की दिशा बदलने लगेंगी। अभी पूर्वी हवाएं चल रही हैं जोकि गर्म होती हैं जबकि 10 के बाद हवाएं उत्तर पश्चिमी होने लगेंगी। इन हवाओं में नमी रहती है जो ठंडक बढ़ाती हैं।जल्द आएगी सर्दी : स्काईमेट वेदरस्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत बताते हैं कि दिल्ली एनसीआर में बारिश भले ही कम हुई हो, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इस बार अच्छी बारिश हुई है। इसके अतिरिक्त दिल्ली में भी मानसून इस बार अक्टूबर तक सक्रिय बना हुआ है। स्वाभाविक तौर पर इसका असर ही सर्दियों की जल्द आमद का आधार बनेगा।