महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट और हम सही समय पर लेंगे फैसला:congress
महाराष्ट्र में वैसे तो विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला है लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों में खींचतान जारी है। शिवसेना जहां ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है वहीं बीजेपी का कहना है कि चुनाव से पहले ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है। वहीं इस बीच कांग्रेस का बयान सामने आया है जिसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि बीजेपी सहयोगी दलों के साथ अपने वादे निभाने में विफल रही है और यही वजह है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। हम इंतजार कर रहे हैं और स्थिति देख रहे हैं और हम सही समय पर फैसला लेंगे।
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री और भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने शुक्रवार को कहा कि अगर राज्य में सात नवंबर तक नयी सरकार नहीं बनती है तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार गठन में मुख्य बाधा शिवसेना की ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग है। उनकी यह टिप्पणी तब आयी है जब 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के आठ दिन बाद भी राज्य में सरकार गठन को लेकर कोई स्पष्ट स्थिति नहीं है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल आठ नवंबर को समाप्त होगा।