आर्थिक समस्या है तो "बुद्ध पूर्णिमा" में करे ये काम
Buddha Purnima 2020: भारत की संस्कृति में अनेकों ऐसे त्योहार हैं, जिनका हमारे जीवन में खास महत्व है. बुद्ध पूर्णिमा ऐसे ही त्योहारों में शामिल है. हिंदू पंचांग के वैशाख माह की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा मनाया जाता है. इसे बुद्ध जयंती अथवा वैशाख पूर्णिमा भी कहा जाता है. इसी दिन भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण दिवस भी मनाया जाता है.
मान्यता के अनुसार, इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था. बोधगया में इस दिन पीपल के वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी. वहीं वैशाख पूर्णिमा के दिन ही उन्होंने कुशीनगर में महानिर्वाण की ओर प्रस्थान किया था. बुद्ध पूर्णिमा इस बार 7 मई को पड़ रही है. हिंदू धर्म की मान्यता है कि भगवान बुद्ध, विष्णु भगवान के नौवें अवतार हैं.
मानसिक परेशानियां होंगी दूर
बुद्ध जयंती पर किए गए शुभ कार्यों से पूर्ण सिद्धि प्राप्त होती है. माना जाता है कि इस दिन किए गए मंत्र तुरंत सिद्ध हो जाते हैं. पूर्णिमा के दिन चंद्र अपनी कलाओं से युक्त रहता है. ऐसे में जो लोग मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं उन्हें बुद्ध पूर्णिमा के दिन चांदी के बर्तन में साफ पानी लेकर उसमें थोड़ा सा गंगाजल डालकर रातभर चांद की चांदनी में रखना चाहिए.
इस जल को बाद में किसी चांदी के बर्तन में भरकर रख लेना चाहिए. अगर इस जल का रोजाना थोड़ा-थोड़ा सेवन करते हैं तो मानसिक रोग ठीक हो जाता है. इ स जल में और जल मिलाते जाने से यह कभी समाप्त नहीं होता और अनेक प्रकार के मानसिक रोगों में आराम देता है.
अगर आपके घर में आर्थिक तंगी है तो उसे खत्म करने के लिए पूर्णिमा के दिन मिश्री डालकर खीर बनाएं. खीर को 12 वर्ष तक की सात कन्याओं की पूजा के बाद खिलाएं. ये करने के बाद आपके घर में आर्थिक संपन्नता आती है. इसके अलावा व्यापार में भी फायदा होता है तथा नौकरी में पदोन्नति होती है.