दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष अब मनोज तिवारी की जगह हुए आदेश गुप्ता

By Tatkaal Khabar / 02-06-2020 02:13:07 am | 11919 Views | 0 Comments
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दिल्ली सांसद मनोज तिवारी को दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है। उनके बाद अब आदेश गुप्ता को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। सांसद मनोज तिवारी ने इस फैसले के बाद बयान दिया है। उन्होंने नए प्रदेश अध्यक्ष को बधाई दी है साथ ही साथ दिल्ली वासियों से क्षमा भी मांगी है। दरअसल बीजेपी ने जिस मकसद से उन्हें अध्यक्ष बनाया था, वह पूरा होता नहीं दिखा। माना जाता है कि पूर्वांचली वोट को खींचने के लिए बीजेपी ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी थी, फिर भी बीजेपी को दिल्ली में दो बार करारी हार का सामना करना पड़ा। 

दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे अध्यक्ष मनोज तिवारी को हटा दिया गया है आदेश गुप्ता  उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर भी रह चुके है साथ ही आदेश गुप्ता NDMC स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य भी रहे हैं लगभग दो वर्ष बाद दिल्ली में नगर निगम का चुनाव होना है। माना जा रहा है कि पार्टी ने इसे ध्यान में रखकर गुप्ता को अध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही व्यापारी वर्ग को पार्टी के साथ जोड़े रखने में भी मदद मिलेगी।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की तरफ से जारी नियुक्ति पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आदेश पर मनोज तिवारी की जगह आदेश गुप्ता को दिल्ली का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू है। आपको बता दे कि मनोज तिवारी को कल दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था जब वो दिल्ली में कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे


दिल्ली बीजेपी में काफी लंबे समय बाद बदलाव किया गया है. मनोज तिवारी को 2016 में बीजेपी की कमान सौंपी गई थी. 2017 में बीजेपी ने मनोज तिवारी के नेतृत्व में एमसीडी चुनाव जीता था. हालांकि, इसी साल फरवरी में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा था

कौन है आदेश गुप्ता

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरुआत करने वाले गुप्ता मूलरूप से ऊत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा व भाजपा में कई पद पर रह चुके हैं। चुनावी राजनीति की शुरुआत उन्होंने महज तीन साल पहले की है। वर्ष 2017 में वेस्ट पटेल नगर से पहली बार नगर निगम का चुनाव जीतकर पार्षद बने। 2018 में उन्हें उत्तरी दिल्ली नगर निगम का महापौर बनाया गया। विधानसभा चुनाव के पहले इन्हें दिल्ली में बंगाली समाज को पार्टी के साथ जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई थी।