प्रकृतिक आपदाओं से दहला देश, चक्रवाती तूफान अम्फन के बाद अब तूफान निसर्ग की दस्तक से हिला महाराष्ट्र

देश को एक के बाद एक प्रकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना चल ही रहा था कि पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान अम्फन आ गया और अब अरब सागर में चक्रवाती तूफान निसर्ग ने महाराष्ट्र में दस्तक दे दी है. महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग में निसर्ग तूफान समुद्र तट से टकरा गया है. पूरे इलाके में 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं. मौसम विभाग के मुताबिक तट से इस तूफान को गुजरने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा. प्रशासन ने एहतियातन मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है और समंदर के आसपास का इलाका खाली करवा दिया है. दूसरी तरफ गोवा में भी दरिया में तेज लहरें उठ रही हैं. हालांकि पहले अनुमान था कि ये तूफान पहले गुजरात के तट से टकराएगा लेकिन बाद में तूफान ने अपना रास्ता बदल दिया और वो महाराष्ट्र से टकरा गया.
मुंबई के ससून डॉक परिसर में चक्रवाती तूफान आने से पहले पुलिस लगातार बाइक से गश्त कर कर लोगों को सावधान करती नजर आई, खास तौर पर मछुआरों को समंदर के अंदर जाने से रोकने की चेतावनी देती दिखी. प्रशासन ने लोगों से बेवजह घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी है. प्रशासन ने पालघर जिले के गांवों से 21 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है. लोगों को चार जून तक समंदर के भीतर जाने ना जाने की सलाह दी गई है.