चीनी सेना के किसी भी आक्रामक व्यवहार से निपटने के लिए सेना पूर्ण स्वतंत्र: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

By Tatkaal Khabar / 21-06-2020 02:07:14 am | 14544 Views | 0 Comments
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नई दिल्ली: रूस की यात्रा पर जाने से एक दिन पहले रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक शीर्ष स्तरीय बैठक करके एलएसी पर चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में पूर्वी लद्दाख की स्थितियों को देखते हुए रक्षामंत्री ने चीनी सेना के किसी भी आक्रामक व्यवहार से निपटने के लिए सेनाओं को पूर्ण स्वतंत्रता दी. 

दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 24 जून को विजय दिवस सैन्य परेड देखने के लिए मास्को, रूस के लिए सोमवार को जाएंगे.ी सलिए उन्होंने अपनी यात्रा से पहले आज सैन्य बलों के प्रमुख (सीडीएस) जनरल विपिन रावत, आर्मी चीफ एमएम नरवणे, नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह और एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया के साथ साउथ ब्लॉक में शीर्ष स्तरीय बैठक की. रक्षामंत्री ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक में चीनी सेना के किसी भी आक्रामक व्यवहार से निपटने के लिए पूर्ण स्वतंत्रता दी. 

भारतीय बलों ने उन्हें बताया कि पूर्वी लद्दाख और अन्य क्षेत्रों में किसी भी चीनी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. रक्षामंत्री ने शीर्ष सैन्य अधिकारियों से भूमि सीमा, हवाई क्षेत्र और रणनीतिक समुद्री गलियारो में चीनी गतिविधियों पर सख्ती से निगरानी रखने के लिए कहा. 

भारत-चीन से तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज बैठक हुई. इस बैठक में तीनों सेना के प्रमुखों के अलावा सीडीएस बिपिन रावत शामिल हुए. मीटिंग में लद्दाख में जमीनी हालात की पूरी समीक्षा और एलएसी के साथ तैयारियों का जायजा लिया गया.

सूत्रों ने बताया कि बैठक में तय किया गया कि भारत LAC पर तनाव को बढ़ावा नहीं देता है, लेकिन अन्य पक्ष ऐसा करते हैं तो उन्हें कारारा जवाब दिया जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर हुई आज एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया.

सीडीएस और सभी तीनों सेना प्रमुखों ने बैठक में सीमा की स्थिति और सैन्य तैयारियों पर चर्चा की. जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही ऐलान कर चुके हैं, मीटिंग में फिर कहा गया कि सेना जमीनी हालात के अनुसार एक्शन लें.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले भी तीनों सेना प्रमुखों के साथ इस मसले पर बैठक कर चुके हैं. लद्दाख में भारत-चीन सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद जल, थल और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट पर हैं. तीनों सेनाओं को अलर्ट पर रहने का फैसला रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ आर्मी डिफेंस (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों की हुई बैठक में 18 जून को लिया गया था.