कठुआ में बच्ची से गैंगरेप और हत्या की घटना पर पूरा देश गुस्से में है. यहां तक कि विदेशों में भी इस घटना की निंदा की जा रही है. वहीं, उन्नाव में युवती से रेप और उसके पिता की हत्या का मामला भी पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं ने इन घटनाओं को शर्मसार करने वाली घटना करार दिया है. इन मामलों में सख्त कार्रवाई के लिए जगह-जगह धरने प्रदर्शन किए जा रहे हैं.इसी कड़ी में आज सिविल सोसायटी समेत तमाम लोग इन घटनाओं के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर इलाकेकठुआ में बच्ची से गैंगरेप और हत्या की घटना पर पूरा देश गुस्से में है. यहां तक कि विदेशों में भी इस घटना की निंदा की जा रही है.में प्रदर्शन करने उतरे हैं. प्रदर्शन में पुरुष, महिला, थर्ड जेंडर, छात्र, वरिष्ठ नागरिकों समेत छोटे बच्चे भी शामिल हुए. इन लोगों की मांग है कि उन्नाव और कठुआ घटना के दोषियों को सख्त सजा दी जाए. यह प्रदर्शन शाम करीब पांच बजे से शुरू हुआ. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चारों ओर से घेरा हुआ है इस प्रदर्शन में देश के विभिन्न हिस्सों और विश्वविद्यालयों- जवाहर लाल यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र और शिक्षक पहुंचे हैं. इनके अलावा सुप्रीम कोर्ट के कई वकील भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं कठुआ रेस केस में पीड़ित पक्ष के एक वकील तालिबान हुसैन ने कहा कि पीड़िता के परिवार की सुध लेने की किसी ने कोशिश नहीं की. उन्होंने कहा कि हिंदू एकता मंच में बीजेपी ही नहीं, कांग्रेस के लोग भी शामिल हैं. उनका आरोप है कि जम्मू-कश्मीर से कबीलाई समाज को भगाने में सभी पार्टियों के लोग शामिल हैं प्रदर्शन में मौजूद लोगों की मांग है कि उन्नाव रेप केस के आरोपी विधायक को बचाने वाली यूपी की योगी सरकार को बर्खास्त किया जाए. साथ ही जम्मू-कश्मीर के उन दोनों बीजेपी नेताओं को गिरफ्तार किया जाए, जिन्होंने आरोपियों के बचाव में प्रदर्शन किया था वहीं, जम्मू में हिन्दू एकता मंच के सदस्यों को गिरफ्तार करने की मांग भी की गई. जिन्होंने रेप के आरोपियों के पक्ष में रैली निकाली थी जम्मू में बकरवाल समाज के परिवारों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए. साथ ही सरकार उन परिवारों की जिम्मेदारी उठाए जाए. इसके अलावा सरकार पीड़ित परिवार को कानूनी सहायता भी उपलब्ध कराए.