Air Force Day 2020: भारतीय वायुसेना का 88वां स्थापना दिवस आज, हिंडन एयरबेस पर दिखा देश की ताकत

By Tatkaal Khabar / 08-10-2020 02:58:46 am | 14102 Views | 0 Comments
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Air Force Day 2020: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का आज अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर वायुसेना के जवान अपनी ताकत और अदम्य साहस का परिचय दिया . भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए ये दिन बेहद खास होता है. इस दिन को वायु सेना दिवस के रूप में भी जाना जाता है. चीन के साथ पिछले छह महीने से चले आ रहे सीमा विवाद के बीच आर भारतीय वायुसेना अपना स्थापना दिवस मनाने जा रही है. इस अवसर पर वायुसेना आसमान में राफेल समेत दूसरे फाइटर जेट से उड़ान भर दुश्मन को अपनी ताकत का एहसास कराया .
Airforce Day
बता दें कि भारतीय वायु सेना का गठन आजादी से 15 साल पहले 8 अक्टूबर, 1932 को हुआ था. इस बार स्थापना दिवस के अवसर पर गाजियाबाद स्थित हिंडन एयर बेस पर परेड का इंतजाम किया गया है. बता दें कि भारतीय वायुसेना में 10 सितंबर को औपचारिक रूप से शामिल होने वाला लड़ाकू विमान राफेल भी आज अपने करतब दिखाएगा. आज हर किसी की नजर सिर्फ राफेल पर ही टिकी होंगी.


स्थापना दिवस के अवसर पर आज गाजियाबाद स्थित हिंडन एयर बेस पर इस साल की परेड का इंतजाम किया गया है. बता दें कि भारतीय वायुसेना में 10 सितंबर को औपचारिक रूप से शामिल होने वाला लड़ाकू विमान राफेल भी आज अपने करतब दिखाया . आज हर किसी की नजर सिर्फ राफेल पर ही टिकी रही .
आपको बता दें कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे पुरानी वायुसेना की लिस्ट में भी गिनी जाती है. समय बीतने के साथ साथ भारतीय वायुसेना ने अपने आपको को बहुत मजबूत बनाया है. भारतीय सेना की ताकत का बदला रूप इस बात से ही अंदाजा लागाय जा सकता है कि सेना अब अपने दुश्मन देश चाहे पाकिस्तान हो या फिर चीन किसी को भी करारा जवाब देने की हिम्मत रखती है. भारतीय वायुसेना को आजादी से पहले रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था. 1950 के बाद इसमें से रॉयल शब्द हटाकर इंडियन एयर फोर्स कर दिया गया. 
Air Force Day 2020     88   LAC           - Indian air force celebrates its th  anniversary today investiture ceremony

8 अक्टूबर, 1932 को आईएएफ जो भारतीय सशस्त्र बलों की वायु शाखा है को रॉयल इंडियन एयर फ़ोर्स के रूप में बनाया गया था. ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के बाद आगे लगे जाने वाले उपसर्ग ’रॉयल’ को समाप्त कर दिया गया था. इसका प्राथमिक मिशन भारतीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करना और सशस्त्र संघर्ष के दौरान हवाई युद्ध करना है. यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है.