वायु प्रदूषण को लेकर नए शोध में सामने आई डराने वाली जानकारी
वायु प्रदूषण के कारण हर साल लाखों लोगों की जान जाती है. वहीं अब एक अध्ययन में वायु प्रदूषण को लेकर डराने वाला खुलासा हुआ है. स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल वायु प्रदूषण के कारण करीब पांच लाख बच्चों का जन्म के पहले महीने के बाद ही निधन हो गया. स्टडी के अनुसार, विकासशील देशों में वायु प्रदूषण के कारण बच्चों की मौत की संख्या अधिक है. अध्ययन की मानें को गर्भ में पल रहे शिशुओं के लिए भी प्रदूषित वायु काफी हानिकारक है. इसके कारण समय से पहले शिशु का जन्म या जन्म के बाद शिशु का कम वजन हो सकता है. बता दें, समय से पहले शिशु का जन्म या जन्म के बाद शिशु का कम वजन होना, उच्च शिशु मृत्यु दर के दो बड़े कारण है.
यह अध्ययन करीब पांच लाख शिशुओं पर किया गया था, जिसमें करीब दो तिहाई बच्ची की जान इनडोर वायु प्रदूषण के कारण हुई, विशेष रूप से ठोस ईंधन जैसे लकड़ी का कोयला, लकड़ी और खाना पकाने के लिए गोबर से बने कंडे. बता दें, कई सालों से चिकित्सा विशेषज्ञों ने वृद्ध लोगों और स्वास्थ्य समस्या से परेशान लोगों के लिए प्रदूषित वायु से सावधान रहने की चेतानवी दी है, लेकिन गर्भ में शिशुओं पर वायु प्रदूषण के घातक प्रभाव को अभी भी वैज्ञानिक समझ रहे हैं.