JEE का टॉपर और पिता ​​गिरफ्तार, इस तरह दिया फर्जीवाड़े को अंजाम

By Tatkaal Khabar / 29-10-2020 03:05:54 am | 20598 Views | 0 Comments
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जेईई परीक्षा में एक बड़े फर्जीवाड़े का भांडाफोड़ हुआ है। असम पुलिस ने जेईई में 99.8% प्रतिशत अंकों के साथ असम में टॉप करने वाले नील नक्षत्र दास, उसके पिता डॉ ज्योतिर्मय दास और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि जेईई टॉपर नील नक्षत्र दास ने बिना परीक्षा दिए ही मेन्स परीक्षा में 99.8% प्रतिशत हासिल कर लिए थे। नील नक्षत्र दास ने 5 सितंबर को हुई परीक्षा में एक प्रॉक्सी का उपयोग किया था। प्रॉक्सी दरअसल वास्तविक परीक्षार्थी की जगह परीक्षा देने वाले दूसरे व्यक्ति को कहा जाता है। 

इसी मामले में पिता-पुत्र समेत हमेन्द्र नाथ सरमा, प्रांजल कलिता और गुवाहाटी में परीक्षा केंद्र के कर्मचारी हीरालाल पाठक को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। 

जानकारी के अनुसार, गुवाहाटी के मथुरानगर निवासी मित्रदेव शर्मा ने अजरा पुलिस स्टेशन में जेईई मेन्स टॉपर के खिलाफ हाल ही में एक शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस में दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि प्रॉक्सी के इस्तेमाल के लिए जेईई मेन्स टॉपर के पिता ने काफी रकम खर्च की थी। 

इस तरह दिया फर्जीवाड़े को अंजाम

छात्र और उसके पिता ने टॉप आईआईटी में एडमिशन दिलाने के लिए इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया। छात्र के पिता गुवाहाटी के एक अच्छे हॉस्पिटल में डॉक्टर हैं। जानकारी के अनुसार, छात्र एग्जाम हॉल में बायोमेट्रिक एंट्री कर अंदर गया, फिर थोड़ी देर बाद इनविजिलेटर की मदद से बाहर आ गया। इसके बाद उसकी जगह दूसरे व्यक्ति ने एग्जाम दे दिया। मित्रदेव शर्मा ने आरोप लगाया कि पिता ने एक कोचिंग को 20 लाख रुपए भी दिए हैं। 

असम पुलिस के सीपीआरओ राजीब साइकिया के मुताबिक असम पुलिस ने बुधवार को इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं गुवाहटी पुलिस कमिश्नर मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने बताया कि उम्मीदवार ने एक मध्य एजेंसी की मदद से परीक्षा के लिए एक प्रॉक्सी का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा कि हमारी जांच जारी है। गुवाहाटी में टेस्टिंग सेंटर के कर्मचारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। इस अपराध में शामिल सभी लोगों को पकड़ने के लिए सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे हैं।