शिक्षा मंत्री की बड़ी घोषणा, जनवरी-फरवरी 2021 में नहीं होगी बोर्ड परीक्षा

By Tatkaal Khabar / 22-12-2020 04:33:57 am | 18360 Views | 0 Comments
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केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज 22 दिसंबर शिक्षकों के साथ लाइव बातचीत कर रहे थे. श्री पोखरियाल कक्षा 10 और 12 के लिए आगामी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 की चर्चा कर रहे थे, और वह ट्विटर पर शिक्षकों द्वारा साझा किए गए प्रश्नों के संचालन के तरीके, सीबीएसई परीक्षा की तारीखों, समय-सारिणी के बारे में जानकारी दी. मंत्री ने शिक्षकों को #EducationMinistergoeslive का उपयोग करके वेबिनार में शामिल होने और सुझाव देने के लिए कहा था.

फरवरी 2021 के बाद हो सकती है बोर्ड परीक्षा की तारीखों पर फैसला

शिक्षा मंत्री एक शिक्षक के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि फरवरी 2021 में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा का आयोजन हर साल होता आया है, पर इस साल कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखकर ये संभव नहीं लग रहा है. फरवरी 2021 के बाद विचार करके बोर्ड परीक्षा की तारीखों की घोषणा की जा सकती है..लाइव कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री बोर्ड परीक्षा के परीक्षा पैटर्न और सिलेबस में की गई कमी के बारे में छात्रों और शिक्षकों के सवालों का जवाब दिया. वहीं इस बात की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने एक ट्वीट के जरिए दी थी. पिछले लाइव में शिक्षा मंत्री ने कहा था कि बोर्ड की परीक्षा फरवरी और मार्च में पहले की तरह की आयोजित की जाएगी लेकिन इस बार कोविड-19 गाइडलाइन्स का खास ख्याल रखा जाएगा. उन्होंने आगे यह भी कहा कि सीबीएसई पहले की तरह ही संबंधित स्कूलों में प्रैक्टिकल एग्जाम करवाएगी.COVID-19 के बीच ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने के लिए शिक्षा मंत्री से अनुरोध करते हुए, एक छात्र ने कहा: "सर कृपया परीक्षा ऑनलाइन करें. यदि परीक्षा महत्वपूर्ण है, तो जीवन भी महत्वपूर्ण है. सर हम एक दिन स्कूल गए थे, वहां पर शिक्षक सबको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने बोल रहे थे, पर आने वाले दिनों में ऑनलाइन परीक्षा ही उपाय लग रहा है.सर कृपया ऑनलाइन परीक्षा करवाएं. "
व्यावसायिक शिक्षा के बारे में शिक्षा मंत्री ने कही ये बातव्यावसायिक शिक्षा के बारे में शिक्षा मंत्री ने कहा वर्तमान में हजारों सीबीएसई स्कूलों में 6ठीं कक्षा से व्यासायिक शिक्षा दी जा रही है. साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी इस चीज को महत्त्व दिया जा रहा है. सिर्फ किताबी नहीं बल्कि प्रैक्टिकल ज्ञान पर जोर दिया जाना चाहिए.