संसद में प्रधानमंत्री मोदी की किसानों से अपील- प्रदर्शन खत्म कीजिए, मिल-बैठकर बात करेंगे

By Tatkaal Khabar / 08-02-2021 12:53:13 pm | 19870 Views | 0 Comments
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना बयान दिया. इस दौरान उन्होंने किसानों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की।  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एमएसपी था, है और हमेशा रहेगा।  पीएम मोदी ने कहा कि कृषि कानून जरूरी हैं और इन्हें लागू करने का यही सही समय है। 

पीएम मोदी ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए कहा कि देश को आगे ले जाना होगा. उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा कदम है और किसी न किसी को इसे करना ही था। जो मैंने किया है. उन्होंने कहा कि गालियां मेरे हिस्से में जा रही हैं, जाने दो. एक-दूसरे को समझने-समझाने की जरूरत है. कृषि मंत्री लगातार काम कर रहे हैं। 

देश में कृषि कानूनों (Agriculture bill) के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। सरकार ने अपनी तरफ से कई दौर की वार्ता करन के बाद किसानों के मुद्दे को सुलझा नहीं पाए हैं। ऐसे में आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के सामने अपनी बात रखी है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए कहा है कि कृषि सुधार होने दीजिए यह देश के लिए जरुरी हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा है कि देश में MSP थी, MSP है और MSP रहेगी।  
आंदोलन को खत्म करें 
देश में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। सरकार ने अपनी तरफ से कई दौर की वार्ता करन के बाद किसानों के मुद्दे को सुलझा नहीं पाए हैं। ऐसे में आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के सामने अपनी बात रखी है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए कहा है कि कृषि सुधार होने दीजिए यह देश के लिए जरुरी हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा है कि देश में MSP थी, MSP है और MSP रहेगी। 
बता दें प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र करते हुए कहा है कि वह भी यही चाहते थे कि भारत के किसानों को उपज बेचने की आजादी मिले और भारत को एक कृषि मार्केट बनाया जाए।  वह कहते हैं मगर पता नहीं क्यों अब कांग्रेस और विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं। वह कहते हैं कि उन्हें समझ में आते है कि आपको राजनीति करनी है तो करो मगर किसान को यह मत बोले कि कानून में कोई कमी है। वह कहते हैं कि यह किसान सुधार में एक बड़ा काम करेंगे।