प्रदेश सरकार दैवीय आपदा से पीड़ित परिवारों के दुख-दर्द में साथ खड़ी है: मुख्यमंत्री योगी

By Tatkaal Khabar / 05-05-2018 02:35:07 am | 11329 Views | 0 Comments
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लखनऊ: 05 मई, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने आज जनपद आगरा के एस0एन0 मेडिकल काॅलेज व जिला चिकित्सालय जाकर आंधी-तूफान की आपदा में घायल लोगों से मुलाकात की। जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने तहसील-खेरागढ़ के ग्राम बुरहरा व तहसील-फतेहाबाद के ग्राम शाहबेद में जाकर आपदा प्रभावित लोगों व मृतक के परिजनों को राहत धनराशि के चेक वितरित किए। उन्होंने मृतकों के परिजनों से भंेट कर उन्हें सांत्वना भी दी। साथ ही, सदर तहसील के ग्राम धांधूपुर जाकर विद्युत तार गिरने से मृतक के परिजनांे को भी सांत्वना दी। 
     इसके पश्चात, मुख्यमंत्री  ने खेरिया एयरपोर्ट पर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में आपदा प्रभावित लोगों के राहत और पुनर्वास हेतु अधिकारियों को व्यापक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा से सर्वाधिक प्रभावित गांवों व पीड़ित परिवारों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं से विशेष अभियान चलाकर लाभान्वित किया जाए। आपदा से प्रभावित ऐसे लोग, जो प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आच्छादित नहीं हैं तथा जिन्हें अन्य आवासीय योजनाओं से भी आवास नहीं मिला है, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना व मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत लाभान्वित किया जाए।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि ऐसे लोग जिनके मकान क्षतिग्रस्त हैं, और गिर सकते हैं, उन्हें भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा सकता है। शहरी क्षेत्रों में जहां जमीन उपलब्ध है, वहां भी प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास दिए जा रहे हैं। उन्होंने विद्युत विभाग से क्षतिग्रस्त पोलों व बाधित विद्युत आपूर्ति की जानकारी प्राप्त की तथा निर्देशित किया कि 10 मई, 2018 तक विद्युत लाइनें निश्चित रूप से ठीक करा दी जाएं। उन्होंने विशेष हिदायत दी कि क्षतिग्रस्त विद्युत खम्भों में विद्युत आपूर्ति न होने पाये, जिससे कोई घटना न घटे। 
     मुख्यमंत्री  ने निर्देशित किया कि आपदा प्रभावित तहसीलों जहां सड़कों पर बड़े-बड़े पेड़ गिर गये हैं, उन्हें तत्काल हटवाया जाए। जिन क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति प्रभावित हुई है, वहां पर टैंकर आदि से पेयजल की व्यवस्था की जाय। रिबोर हैण्डपम्पों की समीक्षा कर ली जाए। ऐसे परिवार जिनके आवास पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये हों और रहने की व्यवस्था नहीं है, ऐसे प्रभावित परिवारों को रहने की व्यवस्था की जाए। साथ ही, साथ खाद्यान्न सामग्री व तेल आदि उपलब्ध कराया जाए।
     मुख्यमंत्री  ने कहा कि मौसम विभाग की एडवाइजरी के अनुसार लोगों व पशुओं के लिए सुरक्षित स्थान की व्यवस्था कर ली जाए। आपदा आने पर प्रभावित लोगों को तत्काल राहत उपलब्ध करायी जाए। राहत और बचाव कार्यों में स्वयं सेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि एस0एन0 मेडिकल काॅलेज व जिला अस्पताल में आपदा से घायल लोगों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाए। साथ ही, भोजन की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था भी की जाए।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि जनपद की आपदा प्रभावित तहसीलों में राजस्व व विद्युत देयों की वसूली स्थगित करा दी जाए। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र के निराश्रित विवाह योग्य कन्याओं का विवाह मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत कराने, दिव्यांगजन को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने तथा पात्रों को विभिन्न पेंशन योजनाओं के अन्तर्गत आच्छादित करने के भी निर्देश दिए। 
मुख्यमंत्री  ने निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत लोगों को समय से मुआवजा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। फसल व बागवानी को हुई क्षति का आकलन कराकर प्रभावित लोगों को सहायता दी जाए। गेहंू क्रय केन्द्रों के संचालन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए उन्होंने कहा कि तिलहन व दलहन के क्रय केन्द्रों की व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराया जाए। 
   बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधिगण ने भी अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं से मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया।
मुख्यमंत्री  एस0एन0 मेडिकल काॅलेज पहुंचकर प्राकृतिक आपदा में घायलों का हाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। भर्ती लोगों में से पात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत शीघ्र लाभान्वित कराये जाने के निर्देश दिए। वार्ड सं0 3 में भर्ती कमेन्द्र, पायल व अन्य बच्चों से मुख्यमंत्री जी ने बात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए स्वस्थ होने के बाद प्रतिदिन विद्यालय जाने के लिए भी प्रेरित किया। 
ग्राम बाद निवासी एक ही परिवार के तीन बच्चों आसू, दिव्यांश और दिव्यांशी (जिसमें से दिव्यांशी की उम्र केवल 05 माह थी) को देखकर मुख्यमंत्री जी भावुक हो गये। उन्होंने परिवार को ढांढ़स बंधाया तथा शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की। उन्होंने अन्य सभी घायलों के पास जाकर उपचार व अन्य सुविधाओं के विषय में जानकारी ली। मुख्यमंत्री जी ने मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि घायलों का अच्छे से अच्छा उपचार किया जाए। इसके साथ उन्होंने अस्पताल की साफ-सफाई विशेष तौर पर किए जाने तथा मरीजों के बेड की चादर इत्यादि प्रतिदिन बदले जाने के निर्देश भी दिए। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने जिला अस्पताल जाकर घायलों से भंेट की तथा उनके स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने चिकित्सकों को उपचार की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री  ने तहसील खेरागढ़ के ग्राम बुरहरा में मृतकों के परिजनों तथा घायलों को आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने मृतक  सुन्दरलाल,  विवेक,  देव के परिजनों को 04-04 लाख रुपये के तहत कुल 12 लाख रुपये, घायल  धर्मवीर, सुहाना, सुधा को 04 हजार 300 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से कुल 12 हजार 900 रुपये तथा 17 व्यक्ति जिनके मकान तथा आवास से लगी पशुशाला क्षतिग्रस्त हुयी थी, उन्हें कुल 69 हजार 800 की आर्थिक सहायता के चेक वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने फतेहाबाद-तहसील अन्तर्गत जंगजीत उ0मा0 विद्यालय गढ़ी हीरालाल शाहवेद में आए भयंकर चक्रवाती तूफान से हुई जनहानि, त्रासदी से पीड़ित व्यक्तियों के परिवारों को सहायता राशि के चेक वितरित किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दैवीय आपदा से पीड़ित परिवारों के दुख-दर्द में साथ खड़ी है, दैवीय आपदा के मृतकों को वापस तो नहीं लाया जा सकता लेकिन प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करेगी। राज्य सरकार की पीड़ित परिवारों के साथ पूरी संवेदना है। प्रभावित क्षेत्र फतेहाबाद, खेरागढ़ में राजस्व, विद्युत की वसूली स्थगित रहेगी। क्षेत्र में फसल, बागवानी, पशुधन के हुए नुकसान का एक सप्ताह में सर्वे कराकर पीड़ित किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर मुआवजे की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। 
      मुख्यमंत्री  ने कहा कि सरकार पीड़ितों के साथ है तथा उन्हें हर सम्भव मदद दिलायी जायेगी। किसी भी पीड़ित को मुआवजा पाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान के बाद जिला प्रशासन को पीड़ित परिवारों को 24 घंटे के भीतर राहत उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए थे, जिसके तहत 98 प्रतिशत पीड़ितों को राहत उपलब्ध कराई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान से लगभग 800 विद्युत के पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिस कारण विद्युत आपूर्ति बाधित है। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि सर्वोच्च प्राथमिकता पर नए पोल स्थापित कर विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि चक्रवात के कारण नीम, बबूल, पीपल, बरगद, आम के बड़े-बड़े पेड़ उखड़ गए हैं, जिस कारण कई मार्गों पर आवागमन बाधित हुआ है जिन्हें तत्काल हटाया जा रहा है।
     मुख्यमंत्री  ने चक्रवाती तूफान में दीवार गिरने से मृतक 12 वर्षीय नरेद्र एवं 5 वर्षीय कुमारी संजना के माता-पिता से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। चक्रवाती तूफान में मुकेश के चार बच्चे दीवार में दब गए थे, जिसमें से 02 की मृत्यु हो गई थी, 02 घायल हैं। मृतक दोनों बच्चों के परिजनों को 04-04 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराई जा चुकी है। मुख्यमंत्री  ने  पंचम सिंह,  धारा सिंह,  लक्ष्मण सिंह,  भूरी सिंह पुत्र  परेन्द्र सिंह, देवी सिंह, मनीष,  सुरेन्द्र कुमार,  मनोहर सिंह,  भूरी सिंह पुत्र मनोहर सिंह, श्री सुनील कुमार,  बटेश्वर,  शारदा देवी,  ओमप्रकाश, लोकेन्द्र को 5200-5200 रुपये एवं  मुकेश को 9500 रुपये की राहत राशि के चेक प्रदान किए।
मुख्यमंत्री जी ने पीड़ित परिवारों को आश्वस्त किया कि चक्रवाती तूफान से घायल हुए लोगों को निःशुल्क, बेहतर उपचार मुहैया कराया जाएगा। इस हेतु स्वास्थ्य विभाग को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि चक्रवर्ती तूफान से जिसका जो भी नुकसान हुआ है उसे तत्काल राहत राशि मिलेगी।