PM Modi ने किया Assam में दो पुलों का शिलान्यास

By Rupali Mukherjee Trivedi / 19-02-2021 10:44:06 am | 14292 Views | 0 Comments
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए असम में ‘महाबाहु-ब्रह्मपुत्र’ का शुभारंभ किया और दो पुलों (धुबरी फूलबारी पुल और मजुली पुल) की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने महाबाहु-ब्रह्मपुत्र के शुभारंभ के साथ नीमाटी-मजुली द्वीप, उत्तरी गुवाहाटी-दक्षिण गुवाहाटी और धुबरी-हाटसिंगिमारी के बीच रो-पैक्स पोत संचालन का उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोगीघोपा में अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्‍ल्‍यूटी) टर्मिनल के शिलान्यास और ब्रह्मपुत्र नदी पर विभिन्न पर्यटक जैटियों और ईज ऑफ डूइंग-बिजनेस के लिए डिजिटल समाधान का शुभारंभ किया।

महाबाहु-ब्रह्मपुत्र’ के शुभारंभ के साथ प्रधानमंत्री ने नीमाटी-माजुली द्वीप, उत्तरी गुवाहाटी-दक्षिण गुवाहाटी और धुबरी-हाटसिंगिमारी के बीच रो-पैक्स पोत संचालन का उद्घाटन किया। नेमाटी और माजुली के बीच रो-पैक्स परिचालन से वर्तमान में वाहनों द्वारा तय की जा रही 420 किलोमीटर की कुल दूरी कम होकर केवल 12 किलोमीटर रह जाएगी। अन्य मार्गों पर भी समय की भारी बचत होगी। उन्होंने जोगीघोपा में अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) टर्मिनल का शिलान्यास और ब्रह्मपुत्र नदी पर विभिन्न पर्यटक सुविधाओं और व्यापार की सुगमता के लिए डिजिटल समाधान का शुभारंभ भी किया।

धुबरी (उत्तरी तट) और फूलबाड़ी (दक्षिण तट) के बीच ब्रह्मपुत्र नदी पर चार लेन के प्रस्तावित पुलराष्ट्रीय राजमार्ग-127बी पर स्थित होगा। यह असम में धुबरी को मेघालय के फूलबाड़ी, तूरा, रोंग्राम और रोंगजेंग से जोड़ेगा। लगभग 4997 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह पुल असम और मेघालय के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगा, जो नदी के दोनों किनारों के बीच यात्रा करने के लिए नौका सेवाओं पर निर्भर थे। यह सड़क से तय की जाने वाली 205 किलोमीटर की दूरी को कम करके 19 किलोमीटर कर देगा, जो पुल की कुल लंबाई है।

माजुली पुल राष्ट्रीय राजमार्ग-715के पर स्थित होगा और नीमतिघाट (जोरहाट की तरफ) और कमलाबाड़ी (माजुली की तरफ) को जोड़ेगा। पुल का निर्माण लंबे समय से माजुली के लोगों की मांग रही है। यहां के लोग असम की मुख्य भूमि से जुड़ने के लिए नौका सेवाओं पर निर्भर हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक इन परियोजनाओं का उद्देश्य भारत के पूर्वी हिस्सों में निर्बाध संपर्क प्रदान करना है और ब्रह्मपुत्र और बराक नदी के आसपास रहने वाले लोगों के लिए विभिन्न विकास परक गतिविधियों को आसान बनाना शामिल हैं। असम में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं।