स्वास्थ्य मंत्री ने बताया; किन लोगों को हो सकता है ब्लैक फंगस, कैसे इससे करें बचाव
देश में कोरोना का मात दे चुके मरीज अब ब्लैक फंगस यानि म्यूकरमाइकोसिस के शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं। लगातार सामने आ रहे इस तरह के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को ब्लैक फंगस को लेकर कई अहम जानकारियां साझा कीं। उन्होंने इसके लक्षण बताने के साथ यह भी सलाह दी है कि म्यूकोरमाइकोसिस से बचने के लिए क्या किया जाए और क्या नहीं।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दी कई अहम जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने चार स्लाइड के साथ एक ट्वीट किया है। स्लाइड में समझाया है कि किस तरह इसकी पहचान करके इसकी रोकथाम की जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ''जागरूकता और जल्दी पहचान फंगल इन्फेक्शन को फैलने से रोक सकता है। जल्दी जानकारी मिल जाने और सही उपचार से लोगों में दहशत का कारण बने फंगल इन्फेक्शन पर लगाम लगाई जा सकती है।
क्या है म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस?
पहली स्लाइड में म्यूकरमायकोसिस की परिभाषा को बताते हुए कहा गया है कि यह एक फंगल इन्फेक्शन है और मुख्य रूप से यह मेडिकल हेल्थ समस्याओं वाले लोगों को प्रभावित करता है। जिनमें पर्यावरण में रहने वाले संक्रमण से लड़ने की उनकी क्षमता को कम कर देता है। खासकर डायबिटीज़. पहले से स्वास्थ्य परेशानियां झेल रहे शरीर में वातावरण में मौजूद रोगजनक वायरस, बैक्टीरिया या दूसरे पैथोजन्स से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
दूसरी स्लाइड में इस बात का जवाब दिया गया है कि किस तरह लोग इस संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। ऐसे लोग जो पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हों, जिनकी वेरिकोनाज़ोल थेरेपी यानि किसी गंभीर फंगल इन्फेक्शन का इलाज चल रहा हो, जिनका डायबिटीज नियंत्रण में न हो, स्टेरायड देने की वजह से इम्यूनिटी पर असर हुआ हो और जो लंबे वक्त से आईसीयू में रहे हैं। उन्हें ये फंगल इन्फेक्शन जल्दी हो सकता है।