जवानों से बोले राजनाथ सिंह- आपने जैसे देश की सुरक्षा की, वैसे ही आपकी देखभाल हमारा लक्ष्य

By Tatkaal Khabar / 27-06-2021 02:55:00 am | 16911 Views | 0 Comments
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भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) गलवान घाटी में झड़प के बाद शुरू हुए विवाद के बाद एक साल से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन चीन की तरफ से इस विवाद को खत्म करने के लिए अब तक कोई पुख्ता काम नहीं किया गया है. हाल में इसे लेकर WMCC (सीमा मामलों पर वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोऑर्डिशेन) की बैठक भी हुई थी. इन सभी चीजों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारत की सैन्य तैयारियों का जायजा लेने रविवार सुबह 10.30 बजे लेह पहुंचे. वे आज से लद्दाख की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं.

रक्षा मंत्री के साथ आज की बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी और नॉर्दर्न आर्मी कमांडर वाईके जोशी भी मौजूद रहे. रविवार को रक्षा मंत्री ने सबसे पहले करीब 300 पूर्व सैनिकों से मुलाकात की. ये वो सैनिक हैं, जो लद्दाख के ही वीर हैं. इनमें अशोक चक्र सम्मानित नायब सूबेदार शेरिंग मुटुप (रिटायर्ड) और महावीर चक्र विजेता कर्नल सोनम वांगचुक भी मौजूद थे.इसके बाद रक्षा मंत्री ने लेह, करगिल और लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (LAHDC) के निर्वाचित वरिष्ठ प्रतिनिधियों से बातचीत की. राजनाथ सिंह ने क्षेत्र के कल्याण और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की. इसके बाद रक्षा मंत्री को लेह में सेना की 14वीं कॉर्प्स के अधिकारियों ने ताजा हालातों पर विस्तृत जानकारी दी. इसके बाद उन्हें BRO की तरफ से निर्मित आधारभूत संरचना के बारे में जानकारी दी गई.

राजनाथ सिंह ने लेह में कहा, “देश के प्रति भारतीय सैनिकों और पूर्व सैनिकों का समर्पण एक अनुकरणीय उदाहरण है. मैं तहेदिल से सभी का आभार व्यक्त करता हूं.” सिंह के कार्यालय ने उनके हवाले से कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य है कि आप सबकी उसी प्रकार से देखभाल हो, जिस प्रकार से आपने देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली है. इन सब के बावजूद अगर आपको कहीं कोई दिक्कत हो तो उसे दूर करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया है.’’

रक्षा मंत्री का मुख्य कार्यक्रम सोमवार को भी होगा, जिसमें वो BRO के पुल का उद्घाटन करेंगे और उसके बाद वे LAC के फॉरवर्ड प्वांइट्स पर भी जवानों से मिलने जाएंगे. रक्षा मंत्री का कल का कार्यक्रम सुबह 8 बजे शुरू होगा. उनका इस संवेदनशील इलाके में दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब लंबे समय से चले आ रहे सैन्य गतिरोध को दूर करने के लिए दो दिन पहले ही भारत और चीन के बीच नए दौर की बातचीत हुई है.

कई इलाकों में दोनों देशों के बीच गतिरोध बरकरार

भारत और चीन के बीच बनी सहमति के बाद फरवरी में पैंगोंग झील इलाके से दोनों देशों द्वारा सैनिकों, हथियारों और अन्य सामान हटाए जाने के बाद राजनाथ सिंह का पूर्वी लद्दाख का यह पहला दौरा है. टकराव के अन्य स्थानों हॉट स्प्रिंग, गोगरा और डेपसांग से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया बंद पड़ी है, क्योंकि चीन इन स्थानों से अपने सैनिकों को हटाने का इच्छुक नहीं है.