बिजली के तारों से इंटरनेट पहुंचाने पर काम कर रही यह महिला, मिला नारी शक्ति पुरस्कार
अगर आप हमेशा कुछ सीखने की ललक रखते हैं और खुद को चुनौती देने से नहीं घबराते हैं, तो आप लगातार प्रगति के पथ पर बढ़ रहे हैं। आप जो आज कर रहे हैं, उसका जायजा लें और आप जो सबसे अच्छा कर सकते हैं, वह करें। यह कहना है निवृति राय (Nivruti Rai) का। वही निवृति राय ( Nivruti Rai) जिन्हें मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने नारी शक्ति पुरस्कार (Nari Shakti Puraskar) से सम्मानित किया है। निवृति राय इंटेल इंडिया (Intel India) की कंट्री हेड हैं। इंटेल दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर चिप कंपनियों में से एक है। विश्वभर में अधिकांश कंप्यूटर इंटेल की चिप से ही चलते हैं।
इन कामों के लिए मिला पुरस्कार
राष्ट्रपति ने निवृति को टेक्नोलॉजी (Technology) में विशेष योगदान के लिए यह पुरष्कार दिया है। निवृति ने ऐसी सेमीकंडक्टर चिप (Semiconductor Chip) तैयार की है, जो काफी कम ऊर्जा खर्च करती है। साथ ही राय ने न्यू रूरल कनेक्टिविटी सॉल्यूशन भी विकसित किया है, जो किफायती व उच्च स्पीड वाला ब्रॉडबैंड कनेक्शन (High-Speed Broadband Connection) उपलब्ध कराता है। निवृति का कहना है कि जहां भी बिजली है, वहां बिजली के तारों के जरिए गांवों तक सस्ता डेटा (Data) पहुंचाया जा सकता है। इंटेल इसे संभव बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट को वायरलेस ओवर वायर (WoW) नाम दिया गया है। इसमें बिजली के तारों के जरिए इंटरनेट पहुंचाने की योजना है। आइए निवृति से जुड़ी कुछ खास बातें जानते हैं।
1994 में जॉइन किया था इंटेल
निवृति ने ऑरेगन यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने वर्ष 1994 में बतौर डिजाइन इंजीनियर इंटेल को जॉइन किया था। इंटेल इंडिया में करीब 3 दशकों तक काम करने के बाद निवृति ने अपनी प्रतिभा के दम पर शानदार मुकाम प्राप्त किया। निवृति को साल 2005 में इंटेल के मोबाइल डिवाइस यूनिट के रिसर्च और डेवलपमेंट विभाग में भेजा गया था। इसके बाद मार्च 2016 में उन्हें इंटेल इंडिया का कंट्री हेड बना दिया गया।
लोग समझ लेते थे ऑफिस असिस्टेंट
निवृति राय का पहले एक फैशन डिजाइनर बनने का सपना था। जब वे अपने करियर के शुरुआती दौर में कलरफुल ड्रेस पहनकर ऑफिस जाती थीं, तो लोग उन्हें गलती से ऑफिस असिस्टेंट समझ लेते थे। निवृति के बारे में कम ही लोग जानते थे कि वे इंजीनियर हैं। निवृति ने कहा, 'दफ्तर में लोग यहां तक कह देते थे कि मैं इंजीनियर से ज्यादा फैशन डिजाइनर लगती हूं, लेकिन मुझे लगता है कि ये उनकी दिक्कत थी, मेरी नहीं।'
महिलाओं को दी यह सीख
निवृति अक्सर महिलाओं के अधिकारों को लेकर बोलती रहती हैं। एक कार्यक्रम में राय ने कहा है कि आपके बोलने की तुलना में आपका काम ज्यादा असरदार होते हैं। अगर आप अपना काम अच्छे तरीके से करते हैं, तो आप सुकून की नींद ले सकते हैं। निवृति कहती हैं, 'अगर मैं अपना काम सही तरीके से करती हूं, लेकिन उस काम में असफल रह जाती हूं तो भी मैं सुकून से सो सकती हूं। लेकिन अगर मैं काम नहीं करूंगी तो चैन से सो नहीं पाऊंगी। इसलिए असफल होने की चिंता को त्यागकर पूरे मन से अपने काम में लगे रहना चाहिए।'
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जेंडर को लेकर ना जाएं ऑफिस
आज के समय में एक महिला को कैसा होने चाहिए, इस पर निवृति बताती हैं कि एक महिला को आत्मविश्वास से भरा, जोखिम लेने वाला और साथी महिलाओं की मदद करने वाला होना चाहिए। निवृति का कामकाजी महिलाओं से कहना है कि उन्हें जितने भी कलरफुल कपड़े पहनने हैं, पहनें। जैसा वे दिखना चाहती हैं, दिखें। लेकिन कभी अपने जेंडर को ऑफिस न लेकर आएं। आपके दफ्तर में आपके काम की बात होनी चाहिए आपके लिंग या किसी और चीज की नहीं।
इन्हें मिला नारी शक्ति पुरस्कार
राष्ट्रपति कोविंद ने जिन 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार दिए, उनमें मर्चेंट नेवी की कप्तान राधिका मेनन, सामाजिक उद्यमी अनीता गुप्ता, जैविक खेती करने वाली आदिवासी कार्यकर्ता उषाबेन दिनेशभाई वसावा, नवाचार के लिए विख्यात नासिरा अख्तर, इंटेल इंडिया की प्रमुख निवृति राय, ‘डाउन सिंड्रोम’ से पीड़ित कथक नृत्यांगना सायली नन्दकिशोर अगवाने, सांपों को बचाने वाली पहली महिला वनिता जगदेव बोराडे और गणितज्ञ नीना गुप्ता शामिल हैं।