RBI ने थर्ड टाइम बढ़ाया रेपो रेट, आम आदमी की जेब पर बढ़ेगा बोझ, EMI होगी और महंगी
आम लोगों की जेब पर फिर से बोझ बढ़ने वाला है। ईएमआई फिर से महंगी हो सकती है क्योंकि केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने फिर से रेपो रेट बढ़ा दी है। केंद्रीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने आज द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद नीतिगत ब्याज दर में 50 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी कर दी है। इस बढ़ोतरी के बाद अब रेपो रेट 4.9ः से बढ़कर 5.4ः हो गई है। इस मौके पर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हम उच्च मुद्रास्फीति की समस्या से गुजर रहे हैं और वित्तीय बाजार भी अस्थिर रहे हैं।
रेपो रेट कोरोना महामारी के पूर्व स्तर पर
शक्तिकांत दास ने कहा कि वैश्विक और घरेलू परिदृश्यों को देखते हुए मौद्रिक नीति समिति ने बेंचमार्क रेट में बढ़ोतरी का फैसला किया है। बता दें कि अब रेपो रेट कोरोना महामारी के पूर्व स्तर पर पहुंच गया है। कहा जा रहा था कि हाई इंफ्लेशन रेट को काबू में करने के लिए आरबीआई रेपो रेट को 25 से 50 बेसिस पॉइंट तक बढ़ा सकती है।
आम लोगों की जेब पर फिर से बोझ बढ़ने वाला है। ईएमआई फिर से महंगी हो सकती है क्योंकि केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने फिर से रेपो रेट बढ़ा दी है। केंद्रीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने आज द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद नीतिगत ब्याज दर में 50 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी कर दी है। इस बढ़ोतरी के बाद अब रेपो रेट 4.9ः से बढ़कर 5.4ः हो गई है। इस मौके पर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हम उच्च मुद्रास्फीति की समस्या से गुजर रहे हैं और वित्तीय बाजार भी अस्थिर रहे हैं।
रेपो रेट कोरोना महामारी के पूर्व स्तर पर
शक्तिकांत दास ने कहा कि वैश्विक और घरेलू परिदृश्यों को देखते हुए मौद्रिक नीति समिति ने बेंचमार्क रेट में बढ़ोतरी का फैसला किया है। बता दें कि अब रेपो रेट कोरोना महामारी के पूर्व स्तर पर पहुंच गया है। कहा जा रहा था कि हाई इंफ्लेशन रेट को काबू में करने के लिए आरबीआई रेपो रेट को 25 से 50 बेसिस पॉइंट तक बढ़ा सकती है।
4 महीने में तीसरी बार बढ़ील रेपो रेट
बता दें कि महंगाई को काबू करने के लिए रिजर्व बैंक ने इस साल मई माह में रेपो रेट में बड़ोतरी की थी। मई 2022 की बैठक में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाई थी। इसके बाद जून में फिर से मौद्रिक नीति समिति की नियमित बैठक हुई थी। इसमें भी रेपो रेट 0.50 फीसदी बढ़ाया गया था। अब रिजर्व बैंक ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट को बढाया है। बता दें कि मई से पहले करीब दो साल तक रेपो रेट महज 4 फीसदी पर बना रहा था। अब रेपो रेट बढ़कर 5.40 फीसदी पर पहुंच गया है।
गवर्नर ने यह भी कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने मुद्रास्फीति पर काबू के लिए नरम नीतिगत रुख को वापस लेने पर ध्यान देने का फैसला किया है. उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने आर्थिक वृद्धि का अनुमान घटाते मंदी का जोखिम जताया है.