कैसे पहचाने डेंगू हुआ है, मलेरिया या चिकनगुनिया? जानिए इनके लक्षण
बारिश के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। मानसून में भारी बारिश की वजह जगह—जगह पानी भर जाता है। उस पानी में मच्छर पनपते हैं। वहीं मच्छरों की वजह से डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। बता दें कि डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया तीनों ही काफी खतरनाक हैं। इन बीमारियों की वजह से बहुत से मरीजों की जान तक चली जाती है। हालांकि कई लोग कंफ्यूज हो जाते हैं कि कैसे पहचाने की मरीज को डेंगू हुआ है या मरेलिया या फिर चिकनगुनिया। जानते हैं इन तीनों बीमारियों के लक्ष्ण और बचाव के तरीके।
डेंगू
डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है जो डेंगू वायरस से होता है। इस वायरस से संक्रमित मच्छर दिन में ज्यादा काटते हैं। ऐसे में लोगों को बारिश के मौसम में फुल बांह के कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। हल्का डेंगू होने पर तेज बुखार और फ्लू जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। स्थिति गंभीर होने पर ब्लीडिंग, ब्लड प्रेशर कम होना और जान जाने तक का जोखिम हो सकता है। डेंगू बुखार होने पर ब्लड में प्लेटलेट्स की काफी तेजी से कमी होती है। हालांकि किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से डेंगू बुखार नहीं होता है। इससे बचने के लिए दिन में भी फुल बांह के कपड़े पहने और घर में या आसपास मच्छरों को ना पनपने दें।
मलेरिया
मलेरिया भी डेंगू की तरह ही खतरनाक है। मलेरिया परजीवी के कारण होता है। परजीवी संक्रमित मच्छरों के काटने से मलेरिया फैसला है। मलेरिया होने पर कंपकंपी देकर ठंड लगने लगती है और तेज बुखार आता है। मलेरिया भी गंभीर हो सकती है। मलेरिया की वजह से फेफड़ों में लिक्विड जमा हो सकता है, जिससे सांस लेने में परेशानी होती है। कई बार तो मलेरिया किडनी-लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि, दवाईयों से इस बीमारी को दूर किया जा सकता है।
चिकनगुनिया
चिकनगुनिया भी मच्छरों की वजह से ही फैलता है। यह चिकनगुनिया वायरस (CHIKV) से फैलता है। इसका पहला लक्षण बुखार और त्वचा पर दाने-चकत्ते निकल आते हैं। अचानक बुखार आता है और काफी तेज रहता है। इसके अलावा चिकनगुनिया में जोड़ों का दर्द, सिरदर्द, जी मिचलाने-उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। चिकनगुनिया का कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवा नहीं है। बाकी मच्छरों से होने वाली बीमारियों की तरह इसका इलाज होता है। चिकनगुनिया की चपेट में आने वाले मरीजों को खूब पानी और लिक्विड पीने की सलाह दी जाती है।
इन बीमारियों से बचने के उपाय
—मच्छरों को काटने से बचाव के हर तरीके अपनाएं।
—पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
—रात में सोते समय खिड़की-दरवाजे बंद रखें।
—मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मच्छर भगाने वाले क्वाइल्स से बचें।