Prashant Kishor Arrest / पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर पुलिस ने हिरासत में लिया, खाली कराया गांधी मैदान

By Tatkaal Khabar / 06-01-2025 09:21:26 am | 566 Views | 0 Comments
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Prashant Kishor Arrest: पटना के गांधी मैदान में पांच दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने 6 जनवरी 2025 की सुबह गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई तब हुई जब प्रशांत किशोर राज्य की ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था और भ्रष्ट परीक्षा प्रक्रिया के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। पुलिस ने गांधी मैदान में उस स्थान को भी खाली करा दिया, जहां प्रशांत किशोर ने अपना अनशन शुरू किया था।

थप्पड़ मारने का आरोप
जन सुराज की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, पुलिस ने प्रशांत किशोर को जबरन उठाकर एम्स अस्पताल ले जाया। प्रेस रिलीज में यह भी दावा किया गया है कि पुलिस ने प्रशांत किशोर के साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें थप्पड़ भी मारा। पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की, लेकिन प्रशांत किशोर ने किसी भी तरह का इलाज कराने से इनकार कर दिया और अपना अनशन जारी रखने का संकल्प लिया।

गांधी मैदान में प्रवेश पर रोक
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस ने गांधी मैदान में कड़ी सुरक्षा लगा दी है। मैदान में किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है और वाहनों की जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि गांधी मैदान एक प्रतिबंधित क्षेत्र है और वहां किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन करना अवैध है।
कार्यकर्ताओं को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया
जन सुराज पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि पुलिस ने रात के समय कार्रवाई करते हुए प्रशांत किशोर को हिरासत में लिया और उनके साथ बैठे हजारों युवाओं को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा गया, “नीतीश कुमार की कायरता देखिए, उनकी पुलिस ने पिछले 5 दिनों से ध्वस्त शिक्षा और भ्रष्ट परीक्षा के खिलाफ आमरण अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को रात 4 बजे जबरन हिरासत में लिया। साथ में बैठे हजारों युवाओं को अज्ञात जगह पर ले गई।”
कोर्ट में पेशी की तैयारी
जिला प्रशासन ने बताया कि जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों के खिलाफ गांधी मैदान थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्रशासन ने उन्हें बार-बार निर्धारित स्थल गर्दनीबाग में धरना देने का निर्देश दिया था, लेकिन निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए वे प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना देते रहे। प्रशासन के अनुसार, कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रशांत किशोर को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हाईकोर्ट जाने की तैयारी
हिरासत में लिए जाने से पहले प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वे अपने विरोध प्रदर्शन को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह निर्णय का विषय ही नहीं है कि हम इसे जारी रखेंगे या नहीं। जो भी हम कर रहे हैं, वह जारी रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।” बीपीएससी प्रिलिम्स परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पार्टी 7 जनवरी को पटना हाईकोर्ट में याचिका दर्ज करेगी। उन्होंने कहा, “हमने जो कहा था, उसके अनुसार कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए अपनी मांगें पूरी करवाने का प्रयास करेंगे।”
पुलिस और प्रशासन की स्थिति
प्रशासन का कहना है कि प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को गिरफ्तार करने के बाद गांधी मैदान में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग स्वस्थ हैं और उन्हें किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या नहीं है।
जन सुराज आंदोलन का असर
प्रशांत किशोर द्वारा शुरू किया गया जन सुराज आंदोलन बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग को लेकर है। उनका यह आंदोलन छात्रों और युवाओं के बीच चर्चा का विषय बन चुका है। सोशल मीडिया पर भी प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी को लेकर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई लोग इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन मान रहे हैं।
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशांत किशोर की याचिका हाईकोर्ट में क्या परिणाम लाती है और बिहार सरकार इस मामले में क्या रुख अपनाती है। फिलहाल जन सुराज प्रमुख ने अपने आंदोलन को जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया है, जिससे यह स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में उथल-पुथल देखने को मिल सकती है।