उरी से पोखरण और राजधानी दिल्ली तक अलर्ट , भारत दे रहा पाकिस्तान की हरकतों का मुंहतोड़ जवाब

Pakistan Drone Attack : भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव चरम पर पहुंच गया है। शुक्रवार शाम जम्मू-कश्मीर के उरी, पुंछ, कुपवाड़ा, नौगाम और हंदवाड़ा सेक्टरों में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी की गई। सीमा पार से मोर्टार और भारी कैलिबर हथियारों का इस्तेमाल किया गया, जिससे सीमावर्ती इलाकों में दहशत फैल गई है।
सैन्य सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से 300-400 ड्रोन की घुसपैठ की कोशिश की गई, जिनमें से कई को भारतीय बलों ने सफलतापूर्वक मार गिराया। जम्मू, सांबा और पठानकोट में भी ड्रोन गतिविधियों की पुष्टि हुई है, जिसके बाद सभी क्षेत्रों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
ड्रोन हमले की तस्वीरें आईं सामने
रात के अंधेरे में पाकिस्तान से आए ड्रोन के वीडियो सामने आए हैं, जिनमें एक संदिग्ध ड्रोन भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करता दिखा। जवाबी कार्रवाई में भारतीय बलों ने इंटरसेप्टर मिसाइल से उसे निष्क्रिय कर दिया। वहीं जम्मू एयरपोर्ट पर सायरन बजने के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे।
राजस्थान के पोखरण में भी अलर्ट
राजस्थान के पोखरण क्षेत्र में भी एक संदिग्ध ड्रोन देखा गया, जिसे समय रहते इंटरसेप्ट कर निष्क्रिय कर दिया गया। सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
गोलाबारी से पुंछ में हालात तनावपूर्ण
पुंछ सेक्टर में 10 से 12 राउंड की भारी गोलाबारी दर्ज की गई है। दो आर्टिलरी शेल एलओसी के पास गिरे हैं। फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। सीमावर्ती गांवों में बंकर सक्रिय कर दिए गए हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
प्रधानमंत्री ने पूर्व सैनिकों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सशस्त्र बलों के पूर्व प्रमुखों से मुलाकात की और सीमा पर जारी हालात पर चर्चा की। बैठक में वायुसेना, थलसेना और नौसेना के पूर्व प्रमुखों ने भाग लिया और सरकार को अहम सुझाव दिए।
24 एयरपोर्ट्स पर उड़ानें 15 मई तक निलंबित
भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से 24 संवेदनशील एयरपोर्ट्स पर घरेलू उड़ानों की आवाजाही पर 15 मई 2025 तक रोक बढ़ा दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार इनमें जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, चंडीगढ़, भुज, जामनगर और राजकोट जैसे रणनीतिक हवाई अड्डे शामिल हैं।