बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विजया और देना बैंक का होगा विलय..
केंद्र सरकार ने पिछले साल सितंबर में विजय बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विलय की घोषणा की थी.बैंक ऑफ बड़ौदा ने बुधवार को विजया बैंक और देना बैंक का खुद के साथ विलय के लिए शेयरों की अदला-बदली अनुपात को अंतिम रूप दे दिया है.
विलय की योजना के मुताबिक, विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 इक्विटी शेयर मिलेंगे.
वहीं देना बैंक के मामले में, उसके शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे.
विलय के फलस्वरूप बनने वाली इकाई एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के बाद तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा.
सरकार ने अपने एक बयान में कहा कि यह विलय 1 अप्रैल 2019 से लागू होगा. यह विलय पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं के साथ एक मजबूत, विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बैंक बनाने में मदद करेगा और व्यापक तालमेल की प्राप्ति को सक्षम करेगा. विजय बैंक और देना बैंक के सभी पर्मानेंट और रेगुलर अधिकारियों को ट्रांसफर कर विलय की गई इकाई में ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
इस प्रक्रिया से आपके बैंक डिपॉजिट पर कोई असर नहीं होता और वह सेफ रहता है. क्योंकि ऐसे मर्जर पहले भी हुए हैं. कोटक महिंद्रा बैंक में आईएनजी वैश्य बैंक का विलय किया जा चुका है. उस समय पैसा सेफ रहा.